REET पेपर के लिए पांच लाख का सौदा, दो लाख ले लिए थे एडवांस, दौसा का कांस्टेबल गिरफ्तार

दौसा 

REET पेपर दिलाने के नाम पर सौदेबाजी में एकबार फिर पुलिस डिपार्टमेंट के कुछ लोगों की संलिप्तता सामने आई है। इस मामले में दौसा के एक कांस्टेबल को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस कांस्टेबल ने REET पेपर के लिए पांच लाख का सौदा किया था और दो लाख एडवांस भी ले लिए थे। उससे पूछताछ शुरू हो गई है।  उससे इस परीक्षा को लेकर बड़ा राज खुल सकता है।

REET के एक अभ्यर्थी की FIR पर SOG ने यह कार्रवाई की। गिरफ्तार कांस्टेबल का नाम मनीष शर्मा है और वह दौसा पुलिस लाइन में तैनात है। उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करने वाले अभ्यर्थी का नाम  गुप्तेश्वर रोड दौसा निवासी लोचन प्रसाद शर्मा है। उसने अपनी शिकायत में कहा है कि उसका पिछले दिनों REET आयोजित होने के दौरान सेंटर जयपुर जिले के भांकरोटा में आया था। इस दौरान परीक्षा से करीब 15 दिन पहले उसकी पत्नी के रिश्तेदार कॉन्स्टेबल मनीष शर्मा से उसकी बातचीत हुई।अभ्यर्थी ने आरोप लगाया कि कॉन्स्टेबल ने पेपर तो दिए नहीं। अब रकम भी नहीं लौटाई।

15 लाख रुपए की डिमांड की थी
शिकायत में लोचन प्रसाद ने बताया कि इस कॉन्स्टेबल ने REET का पेपर दिलवाने के बदले 15 लाख रुपए की डिमांड की थी।  लेकिन उसने  इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई। बाद में 5 लाख रुपए में सौदा तय हुआ। परीक्षा से पहले कॉन्स्टेबल ने उसे जयपुर बुलाकर संजय मीणा नाम के युवक से मिलाया। संजय ने उसे दुर्गापुरा स्थित कमरे पर बुलाया। वहां सवाईमाधोपुर निवासी दिलखुश मीणा लेने आया। संजय मीणा के पास पहुंचने पर तय हुए सौदे के अनुसार उसे 2 लाख रुपए दिए।

ऐसे झांसा देता रहा गैंग
परिवादी ने पुलिस को बताया कि संजय मीणा उसे राजस्थान हॉस्पिटल ले गया, जहां कई अन्य लड़कों के साथ उसे मानसरोवर के नारायण विहार स्थित एक मकान में रखा गया। संजय ने कहा कि रात को पेपर आएगा, जिसकी तैयारी कराई जाएगी। सुबह तक पेपर नहीं आया। सभी बिना तैयारी के ही पेपर देने चले गए।

कॉन्स्टेबल मनीष शर्मा, संजय मीणा व दिलखुश मीणा ने उसे पेपर दिलाने का झांसा देकर 2 लाख की ठगी की। मनीष ने दबाव बढ़ता देख 99 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर लौटा दिए। बाकी पैसा देने से इनकार कर दिया। कहा कि तुम बिना बताए परीक्षा सेंटर पर चले गए। इसलिए संजय मीणा तुम्हारे पैसे वापस नहीं देगा। मामले की जांच कर रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. लालचंद कायल ने बताया कि संजय मीणा व दिलखुश मीणा को एसओजी पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है।

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