कालिया बाबा पहाड़ की लीज निरस्त होंगी, SDM ने दिया भरोसा | ग्रामीणों का अनशन समाप्त

भुसावर  

छोटे गोवर्धन पर्वत के नाम से विख्यात और पर्यावरण सहित धार्मिक महत्व के पर्वत कालिया बाबा काला पहाड़ पर आवंटित किए गए पट्टे निरस्त होंगे। यह भरोसा SDM और तहसीलदार ने पिछले नौ दिनों से अनशन पर बैठे ग्रामीणों के बीच जाकर दिया। प्रशासन के इन अधिकारियों ने जूस पिलाकर ग्रामीणों का अनशन तुड़वाया। यह आन्दोलन भुसावर उपखंड में सुआकी जसवर गांवों से आगे जंगलों में हसनका स्थित चन्द्रमादास आश्रम मन्दिर पर हो रहा है जिसमें दर्जनों गांवों के लोग हिस्सा ले रहे थे।

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आपको बता दें कि राज्य के तीन जिलों भरतपुर, अलवर और दौसा की सीमा पर स्थित कालिया बाबा पहाड़ को खनन से बचाने और इसे धार्मिक क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर लगातार आन्दोलन चल रहा था और लगभग एक दर्जन संत और भक्त पिछले 9 दिनों से सत्याग्रह कर रहे थे। मौके पर पहुंचे SDM और तहसीलदार ने अनशनकारियों से बातचीत हुई। SDM ने बाकी रही 4 पट्टों को तुरन्त निरस्त करने की बात कही और बाकी 9 लीज के लिये भी कार्यवाही करने का भरोसा दिया जायेगी। मौके पर ही पथैना सरपंच बृजेश सिंह ने विधायक बहादुर सिंह कोली से दूरभाष पर बातचीत की जिस पर विधायक ने सरकार से बातचीत करके सभी लीजों को निरस्त कराने का भरोसा दिलाया तब जाकर अनशनकारियों ने अनशन समाप्त किया। लोगों ने कहा कि सभी लीजों को समाप्त कराने के लिये आन्दोलन जारी रहेगा।

आन्दोलन में आज पुनः दूसरे दिन भरतपुर के पूर्व सांसद पंडित रामकिशन और किसान नेता और पूर्व जिला पार्षद इन्दल सिंह जाट पहुंचे। ऐतिहासि गांव और तहसील भुसावर के सबसे बड़े गांव पथैना की सरसादी ने आन्दोलन स्थल पर जाकर अपना पूर्व समर्थन व्यक्त किया। पथैना की सरदारी ने कहा कि हम आन्दोलन में पूरी तरह तन मन धन से साथ हैं।

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पूर्व सांसद पंडित रामकिशन ने आंदोलनकारियों को संम्बोधित करते हुए कहा कि कालिया बाबा का पर्वत धार्मिक महत्व और हिन्दुओं की आस्था का प्राचीन केन्द्र रहा है। यहां हो रहे खननकार्यों से जहां लाखों लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं। उन्होंने कहा पर्यावरण को बचाना बड़ी चुनौती है और यहां पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है जो चिन्ता का विषय जिसपर सख्त कार्यवाही होनी ही चाहिये। उन्होंने कहा कि सरकार को अति संवेदनशील होकर इसका समाधान निकालना चाहिये। पंडित रामकिशन ने कहा कि पूर्व में भी इसी प्रकार डीग के गांव पसोपा में भी एक संत विजयदास का बलिदान हो गया था।

किसान नेता इन्दल सिंह जाट ने कहा कि काले पहाड़ का धार्मिक महत्व को तो स्वयं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी जानते हैं। सरकार को जनभावनाओं का सम्मान करना चाहिये। उन्होंने कहा कि खनन कार्य की वजह से दर्जनों ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। सभा में डीग से आये जिला परिषद सदस्य मोहन सिंह गुर्जर और जिला पार्षद किशन सिंह पम्प, पत्रकार संजय शर्मा, पथैना सरपंच बृजेश सिंह, संजीव चौहान, बबलू राजपूत, पूरन सिंह, बिजेन्द्र सरपंच बबेखर, मदन सिंह ने विचार रखे।

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