यादें
सीए विनय गर्ग ‘मोहित’, भरतपुर
ये सांसें यूं ही कम होती जाएंगी,
धड़कनें बस यूं ही थमती जाएंगी।
आंखें जब बंद होने लगेंगी, तो
अचानक से मेरी बातें, बस यादें बन जाएंगी।।
रोक लो इन सांसों को,
कुछ पल साथ बैठकर दोस्तो,
थाम लो इन धड़कनों को,
कुछ पल यूं हंस कर दोस्तो,
वर्ना जिंदगी तो बड़ी दगाबाज है दोस्तो,
इक दिन हकीकत से कहानी बन जायेगी ll – 2
——————————
नई हवा की खबरें अपने मोबाइल पर नियमित और डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें। आप अपनी खबर या रचना भी इस नंबर पर भेज सकते हैं।
श्राद्ध पक्ष: जानिए कौवे से जुड़े शकुन और अपशकुन का रहस्य
राजस्थान में सरकार ने मकान किराया भत्ता नियमों में किया संशोधन
नई हवा’ की खबरें नियमित और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें