गुर्जर आरक्षण आंदोलन: बैसला गुट और हिम्मत सिंह पाडली गुट में टकराव

भरतपुर 

गुर्जर आरक्षण को लेकर 10 जुलाई से आंदोलन शुरू करने की घोषणा पर विवाद खड़ा हो गया है। 10 जुलाई से आंदोलन शुरू करने के विषय पर चर्चा करने के लिए 28 जून को भरतपुर जिले के पीलूपुरा गांव में गूजरों की बैठक रखी गई थी। इस बैठक में कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला गुट और हिम्मत सिंह पाडली गुट आमने सामने हो गए। बैसला गुट इस बात को लेकर आंदोलन का विरोध करता रहा कि अभी कोरोना की गाइड लाइन के चलते इस तरह के आयोजन करना उचित नहीं है। वहीं हिम्मत सिंह पाडली गुट ने कहा कि सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानी इसलिए 10 जुलाई को आंदोल का बिगुल फूंका जाएगा।

पीलूपुरा में हिम्मत सिंह पाडली गुट ने एक बैठक का आयोजन किया।किरोड़ी गुट ने बैठक का विरोध किया। बैठक में करीब 250 लोग जुटे। कोरोना महामारी में इतनी संख्या में लोगों के जुटने का बैसला गुप के लोगों ने विरोध किया और कहा कि पाडली अपने निजी स्वार्थ के लिए ऐसी बैठकें करते हैं।

हिम्मत सिंह का कहना था कि 31 अक्टूबर, 2020 को सरकार की मंत्रिमंडलीय उप समिति के साथ गूजर प्रतिनिधिमंडल की वार्ता हुई थी। इसमें रीट भर्ती MBC वर्ग के 372 पद और नर्सिंग भर्ती के 350 पदों का 7 दिन में कमेटी बनाकर निस्तारण करने की बात तय हुई थी। बाकी के 12 बिंदुओं पर हर महीने मंत्रिमंडलीय उपसमिति के साथ बैठक कर समझौता पत्र के बिंदुओं की प्रगति की समीक्षा करना तय हुआ था, लेकिन आज तक कोई भी समीक्षा बैठक नहीं हुई। साथ ही सरकार ने देवनारायण योजना में अभी तक कोई काम नहीं किया। इन सभी को लेकर समाज में रोष है। उन्होंने बताया कि बैठक में निर्णय किया गया कि  सरकार समझौतों पर कोई ध्यान नहीं देगी तो 10 जुलाई को आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा।

बैसला गुट बोला जयपुर या कहीं और जाकर करें आंदोलन
बैसला  गुट के नरोत्तम सिंह अड्डा ने कहा कि बैठक का विरोध इसलिए किया गया है क्योंकि  कोरोना काल में गाइडलाइन के मुताबिक एक जगह इतनी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है। उसके बाद भी आज की बैठक में करीब 200 से 250 लोगों को एकत्र किया गया है। अगर पाडली ग्रुप को कोई आंदोलन करना है तो वे जयपुर या कहीं और जाकर आंदोलन करें। ग्रामीणों को इस बैठक की कोई सूचना नहीं थी। रविवार को हिम्मत सिंह पाडली ने ट्वीट कर आज की मीटिंग की सूचना दी और समाज के लोगों को इकट्‌ठा होने को कहा। हिम्मत सिंह पाडली अपने निजी स्वार्थ के लिए इस तरह की बैठक करते हैं।




 

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