भरतपुर
सर्कुलर रोड अग्रसेन नगर स्थित जीआईएमटी कॉलेज में 7 फरवरी को परकोटा नियमन संघर्ष समिति की कोर कमेटी की बैठक में परकोटावासियों को अपने आवासों के पट्टे प्राप्त करने के संघर्ष के अगले चरण की आगामी रूपरेखा पर विचार-विमर्श किया।
उल्लेखनीय है कि हाल ही संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल जयपुर में स्वायत्त शासन एवं शहरी निकाय मंत्री शांति धारीवाल से मिला था जिसमें उन्होंने नवंबर-दिसंबर माह में लगने जा रह ‘प्रशासन शहरों के संग’ शिविरों के अंतर्गत यथेष्ट सुविधा एवं शिथिलन प्रदान करते हुए प्रभावित आवासियों को पट्टे हेतु शिविर में शामिल किए जाने का विश्वास दिलाया।
संघर्ष समिति के उप संयोजक श्रीराम चंदेला ने बताया के पट्टा हेतु लगने वाले नियमन शिविर से पूर्व सभी संबंधित आवासी अपने जरूरी कागजात तैयार कर लें। मास्टर राजवीरसिंह चौधरी ने बैठक में विशेषतः उपस्थित युवाओं से आगामी संघर्ष हेतु एक तार्किक एवं योजनाबद्ध कार्यनीति तैयार करने का आह्वान किया। सेवानिवृत्त शिक्षाविद गोपीकांत शर्मा ने नियमन प्रक्रिया संबंधी आवेदन पत्र, संबंधित दस्तावेज़ों की जानकारियों को क्रमिक रूप से लोगों को समझाते हुए प्रभावितों तक पहुंचाने के कार्य को मानवता की सेवा बताया।
संघर्ष समिति के संस्थापक भरतपुर नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष इंद्रजीत भारद्वाज ने शासन द्वारा भविष्य में तय किया जाने वाली वैधानिक औपचारिकताओं पर चर्चा करते हुए बताया कि इसके लिए भी हमें प्रशासन के समक्ष अपना पक्ष मजबूती से रखना होगा क्योंकि 40 वर्षों से काबिज लोगों के लिए नियमन सम्बन्धी प्रावधानों को व्यवहारिक तौर पर लागू किया जाना चाहिए एवं प्रभावित आबादी का बहुत बड़ा हिस्सा निम्न आयवर्ग से संबंधित है।
कोर कमेटी बैठक में चर्चा में हिस्सा लेने वालों में कैप्टन प्रतापसिंह, सरदार किशनसिंह, अबरार कुरेशी, श्रीकांत दीक्षित भागमल वर्मा, ट्रेड यूनियन लीडर एवं कोच कृपाल सिंह ठेनुआ, मंगलसिंह आदि थे। संचालन रेणुदीप गौड़ ने किया। संघर्ष समिति के संयोजक जगर धाकड़ ने संघर्ष में अडिग होकर जुटे रहने को कहा। कोर कमेटी बैठक के संयोजक एडवोकेट आर .एन. तिवारी ने संघर्ष को हर प्रकार की सुविधा सहायता उपलब्ध कराने का वचन दिया।
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