यह है मामला
परिवादी यादराम ने पत्नी चमेली को सात जुलाई को जनाना अस्पताल में भर्ती करवाया था। चमेली का इलाज डॉक्टर सुनील मीणा कर रहा था जिस पर डॉक्टर ने चमेली के पति को बच्चेदानी के ऑपरेशन करवाने को कहा और खुद ऑपरेशन करवाने के एवज में परिवादी से 6 हजार रुपए की मांग की, लेकिन सौदा 5 हजार रुपए में तय किया गया। इसकी शिकायत यादराम ने ACB में की जिस पर ACB ने 8 जुलाई को शिकायत का सत्यापन करवाया। एसीबी के कहने पर यादराम रिश्वत देने पहुंचा लेकिन डाक्टर ने खुद रिश्वत न लेकर संविदाकर्मी को भेज दिया और 5 हजार की रिश्वत लेते ACB ने डॉक्टर के सहयोगी सहदेव को गिरफ्तार कर लिया।