भरतपुर
भरतपुर नगर निगम पार्षदों को खुश करने के लिए लैपटॉप बांटेगा। इसके लिए निगम ने 21 मई को लैपटॉप वितरण का कार्यक्रम रखा है। कार्यक्रम में राज्य के तकनीकी शिक्षा मंत्री डा. सुभाष गर्ग भी मौजूद रहेंगे। लेकिन उससे पहले ही निगम द्वारा लैपटॉप वितरण का विरोध शुरू हो गया है। निगम में नेता प्रतिपक्ष कपिल फौजदार ने अपने बयान में जनता की कमाई की खुली लूट बताते हुए घोषणा की कि वह इस लूट का हिस्सा नहीं बनेंगे।
कपिल फौजदार ने लैपटॉप नहीं लेने का ऐलान करते हुए कहा कि नगर निगम अपने गैर कानूनी प्रस्तावों को पास कराने के एवज में पार्षदों को खुश करने के लिए लैपटॉप बांटने का कार्य कर रहा है। निगम कोष से जो 80 लैपटॉप वितरित किए जाएंगे, उनकी अनुमानित राशि लगभग ₹40 लाख होगी। उन्होंने कहा कि इतनी राशि में शहर की कुछ समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। लेकिन निगम कोष का दुरुपयोग किया जा रहा है।
फौजदार ने कहा कि एक तरफ नगर निगम क्षेत्र में जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए त्राहि-त्राहि कर रही है और नगर निगम प्रशासन द्वारा राशि का अभाव दिखाकर जनता की सुविधा नजरअंदाज किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर आम जनता से नगरीय कर व अन्य कर के रूप में वसूल की गई राशि से लेपटॉप खरीद कर पार्षदों को वितरण करके सस्ती लोकप्रियता हासिल कर अपनी सरकार को बचाने में लगे हुए हैं।
फौजदार ने आरोप लगाया कि नगर निगम भरतपुर द्वारा लैपटॉप का प्रलोभन देकर 3 वर्षीय अनुमानित लागत 60 करोड़ सफाई ठेका का प्रस्ताव निजी कंपनी को स्वीकृत कराया गया है जिसको लेकर आम जनता में गहरा रोष व्याप्त है।
फौजदार ने कहा कि अपने स्तर पर निजी भावनाओं से प्रेरित होकर निर्णय लिया है कि आम जनता से कर के रूप में निगम द्वारा वसूल की गई राशि से खरीदे गए लैपटॉप को ग्रहण नहीं करूंगा क्योंकि निगम के अंदर कई प्रकरण ऐसे हैं जिनमें खुलकर भ्रष्टाचार हो रहा है जिन प्रकरणों की जांच निगम प्रशासन द्वारा नहीं कराई जा रही है और फर्जी भुगतान किए जा रहे हैं।
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