सवेरे-सवेरे तीन लाशों से दहला कंजौली गांव | बंद दुकानों के बाहर महिला, बच्चा और युवक मृत मिले, पाउडर से भरा पाउच बरामद


भरतपुर से रूह कंपा देने वाली खबर


भरतपुर 

राजस्थान (RAJASTHAN) के भरतपुर (Bharatpur) जिले में शनिवार की सुबह एक ऐसी त्रासदी सामने आई जिसने गांव वालों की रूह तक हिला दी। सेवर थाना क्षेत्र के कंजौली गांव में जब लोग नींद से जागे, तो गांव की बंद दुकानों के बाहर एक महिला, एक युवक और एक बच्चे की लाशें पड़ी थीं — जैसे किसी ने मौत को बड़े सलीके से सजाकर सड़क पर रख दिया हो।

गांव वालों ने जब ये दिल दहला देने वाला मंजर देखा तो पहले तो कुछ पल के लिए कुछ बोल ही नहीं पाए। फिर जब होश आया, तो दुकान मालिक को फोन किया और थोड़ी ही देर में भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही सेवर थाना पुलिस, एएसपी सतीश कुमार और एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची।

पुलिस को तीनों शवों के पास एक पॉलिथिन मिली, जिसमें सफेद रंग के कुछ पाउडरनुमा पाउच थे — कुछ खुले हुए, कुछ बंद। यही नहीं, शवों की हालत और हालात देख पुलिस को अंदेशा है कि मामला सामूहिक आत्महत्या का हो सकता है। मगर हत्या की आशंका को भी नजरअंदाज नहीं किया जा रहा।

कौन थे ये तीनों? रिश्ते, राज और रहस्य
मृतकों की पहचान के साथ ही कहानी और भी उलझ गई है। महिला की पहचान अनीता (26) के रूप में हुई है, जो भरतपुर के कुम्हेर थाना क्षेत्र के भटावली गांव की रहने वाली थी। उसका ससुराल करौली जिले के हिंडौन के खेड़ा गांव में है। उसके साथ मृत मिले 12 साल के बच्चे की पहचान उसके बेटे के रूप में हुई है।

तीसरा मृतक युवक शुभम (26) था, जो महिला का भांजा बताया जा रहा है और हिंडौन के महू इब्राहिमपुर गांव का रहने वाला था। वह इन दिनों भरतपुर में किराए पर रह रहा था।

बात सिर्फ मौत की नहीं है, तीनों 3 दिन से गायब थे और उनके गुमशुदगी की रिपोर्ट 1 अगस्त को हिंडौन थाने में दर्ज कराई गई थी। सवाल ये है कि अगर आत्महत्या करनी थी, तो कंजौली गांव की ही एक बंद दुकान के आगे क्यों? क्या ये आत्महत्या थी या साजिश?


पुलिस को मिले पाउच, लेकिन नहीं मिला सुसाइड नोट
हालांकि शवों के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन पुलिस को उनके पास से कुछ दस्तावेज जरूर मिले हैं, जिनसे उनकी पहचान पक्की हो पाई।

एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से जो पाउच बरामद किए हैं, उनमें जहरीला पदार्थ होने की आशंका जताई जा रही है। अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी।

क्या कह रही है पुलिस?
एएसपी सतीश कुमार के मुताबिक, दुकानें रात करीब 10:30 से 11 बजे तक बंद हो चुकी थीं। आसपास के लोगों ने बताया कि उस वक्त तक वहां कोई नहीं था। ऐसे में पुलिस ये भी जांच कर रही है कि क्या तीनों खुद वहां आए थे या फिर किसी ने शव वहां लाकर रखे?

जांच के सारे एंगल खुले हैं — परिवार में कलह, अवैध संबंध, अपहरण या फिर सामूहिक साजिश… अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी।


फिलहाल गांव में मातम पसरा है, पुलिस पहरे पर है और इलाके में सवालों का सन्नाटा है…
तीन लाशें, एक पॉलिथिन और अनगिनत सवाल — क्या ये सिर्फ आत्महत्या है या किसी गहरे राज़ पर पड़ा परदा?

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