जानकारी के अनुसार परिवादी ने ACB को शिकायत की थी कि उसका मानपुर के यूको बैंक से 80 हजार रुपए का लोन पास हुआ था। जिसके 70 हजार रुपए उसे मिल चुके थे। बैंक मैनेजर और हेड कैशियर ने बाकी बचे 10 हजार रुपए रोक लिए थे। बकाया राशि देने के लिए दोनों कमीशन के तौर पर 6 हजार रुपए की मांग कर रहे थे। सत्यापन में शिकायत सही पाई गई। इस दौरान बैंक के सीनियर मैनेजर रामचंद्र मीणा द्वारा 6 हजार की रिश्वत मांगना स्पष्ट हुआ।