अपना घर आश्रम उदयपुर में हुआ एक अदभुत मिलन, 40 साल से बिछड़े हुए भाई को भाई से मिलाया

उदयपुर 

पुनर्वास के बढ़ते क्रम में अपना घर आश्रम उदयपुर में किशन लाल पटेल प्रभु जी को सी.एम. कछावा की सूचना पर 15.04.2022 को रेस्क्यू कर सेवा व उपचार  हेतु आश्रम में भर्ती किया गया था। प्रभुजी की काउंसलिंग करने पर उन्होंने अपना पूरा पता- ग्राम विजनवास, तहसील मावली, उदयपुर में बताया  एवं अपने परिवार के बारे में उन्होंने अपने छोटे भाई ईश्वर लाल डांगी का नाम बताया। अपनी एक बेटी भी बताई जिसकी शादी हो चुकी है।

बस, इतनी जानकारी मिलने पर  आश्रम प्रभारी सुल्तान सिंह ने इंटरनेट के माध्यम से 2-3 लोगों के मोबाइल नंबर एकत्रित करके उनसे संपर्क किया तो विजनवास गांव के सरपंच का नंबर लेने में सफलता प्राप्त हुई। सरपंच के मोबाइल नंबर पर संपर्क  कर उनको बताया गया कि एक व्यक्ति ( प्रभुजी )किशनलाल पटेल, पिता का नाम-  स्व. ऊँकार डांगी हमारे आश्रम में हैं। अपना गांव – विजनवास बता रहे हैं। क्या आप इनको जानते हैं? तो सरपंच ने कहा कि हां हम इनको जानते हैं। इसके परिवार में एक भाई है। तब उन्होंने किशन लाल पटेल के भाई ईश्वर लाल डांगी का मोबाइल नंबर दिया इसके बाद ईश्वर लाल से बात हुई कि आपके भाई हमारे आश्रम में रह रहे हैं तो इतना सुनते ही उन्होंने अपने भाई से बात कराने को कहा तो भाई से बात कराई।

इस स्थिति में रेस्क्यू किया गया किशन लाल को

बात करने के बाद ईश्वर लाल ने  आश्रम को धन्यवाद दिया और कहा कि मैं अभी  बाहर गाड़ी चला रहा हूं, कल सुबह आश्रम में आकर अपने भाई को अपने साथ ले जाऊंगा। 21.05.2022 को ईश्वर लाल डांगी अपना घर आश्रम उदयपुर में अपने भाई को लेने आए। इसके बाद ऑफिस की कागजी कार्रवाई करके  किशनलाल पटेल प्रभु जी को उनके छोटे भाई ईश्वर लाल डांगी के साथ सकुशल विजनवास गांव उदयपुर भेज दिया गया है। इन्होंने बताया कि मेरे बड़े भाई किशन लाल घर से नशे की लत लगने के कारण बिना बताए लगभग 40 साल पहले निकल गए थे। हमने काफी तलाश किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।

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