निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मियों की हड़ताल का दूसरा दिन, हजारों करोड़ का लेन-देन प्रभावित

Bank Strike

निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मियों की सोमवार को शुरू हुई दो दिवसीय हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही । इस हड़ताल से हजारों करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ है। वहीं हड़ताल की वजह से आम जनता एटीएम में कैश न होने से बैंकों में कामकाज ठप होने से परेशान रही। हड़ताल से बैंक शाखाओं में जमा, निकासी सहित चेक क्लियरेंस और लोन अप्रूवल सर्विसेस आदि सेवाओं पर बुरी तरह प्रभाव पड़ा। देश के 45 ग्रामीण बैंकों के एक लाख बैंक कर्मी भी इस हड़ताल में शामिल हुए। जयपुर, लखनऊ और दिल्ली सहित देश के तमाम शहरों से हड़ताल के दूसरे दिन भी  बैंक कर्मियों की ओर से प्रदर्शन और सभाएं करने की सूचनाएं मिली हैं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस  (UFBU) ने  सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के निजीकरण करने के विरोध में दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का आह्वान  सोमवार को किया था।

जयपुर में विशाल प्रदर्शन 
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU)  के आह्वान पर जयपुर में दूसरे दिन भी  बैंक कर्मचारियों ने विशाल प्रदर्शन किया। जयपुर में ये बैंक कर्मचारी जीवन बीमा निधि परिसर अम्बेडकर सर्किल पर जमा हुए और प्रदर्शन करने के बाद सभा आयोजित की। इस प्रदर्शन में विभिन्न बैकों के हजारों कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और केंद्र सरकार की निजीकरण की नीतियों के खिलाफ जमकर नारे लगाए ।

9 यूनियन कर रहीं हड़ताल का नेतृत्व
UFBU में शामिल 9 यूनियन हड़ताल का नेतृत्व कर रही है। सदस्यों में ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन (AIBEA), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (AIBOC), नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ बैंक इम्प्लॉइज (NCBE), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA), बैंक एंप्लॉइज ऑफ इंडिया (BEFI), भारतीय राष्ट्रीय बैंक कर्मचारी महासंघ (INBEF), भारतीय राष्ट्रीय बैंक अधिकारी कांग्रेस (INBOC), नेशनल बैंक ऑफ बैंक वर्कर्स (NOBW) और नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स (NOBO) शामिल हैं। बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी विनिवेश योजना के हिस्से के रूप में 2 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) और एक बीमा कंपनी के निजीकरण की घोषणा की थी। इससे पहले सरकार ने 2019 में LIC में अपनी मल्टिपल हिस्सेदारी बेचकर IDBI बैंक का निजीकरण किया था।

लखनऊ में प्रदर्शन करते हुए बैक कर्मचारी

लखनऊ में भी जोरदार प्रदर्शन
लखनऊ में दूसरे दिन भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के प्रधान कार्यालय के सामने विशाल सभा के बाद बैंक कर्मियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ बैंक इंप्लाइज के प्रदेश महामंत्री केके सिंह ने बताया कि बड़े औद्योगिक घरानों द्वारा बैंकों को खूब लूटा जा रहा है। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन के महामंत्री दिलीप चौहान ने बताया कि बैंक कर्मी सरकार को मनमानी नहीं करने देंगे।ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के दीप बाजपेई ने कहा कि सरकार जनता की गाढ़ी कमाई पूंजीपतियों के हवाले कर देना चाह रही है। फोरम के प्रदेश संयोजक वाईके अरोड़ा ने कहा कि सरकार बैंकों का निजीकरण कर पूंजीपतियों के हाथ मजबूत करना चाहती है। मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी के अनुसार हड़ताल के दूसरे दिन राजधानी में सभा व प्रदर्शन इंडियन बैंक शाखा हजरतगंज समेत विभिन्न शाखाओं पर किया जा रहा है।





 

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