डिजिटल भारत की दर्दनाक तस्वीर: भीषण गर्मी में टूटी कुर्सी के सहारे नंगे पांव चलकर बैंक पहुंची 70 साल की महिला

नबरंगपुर 

डिजिटल भारत की यह तस्वीर सभी को झकझोर देगी। इस दर्दनाक तस्वीर का एक वीडियो भी सामने आया है। सत्तर साल की एक बुजुर्ग महिला भीषण गर्मी में टूटी कुर्सी के सहारे अपनी पेंशन के लिए बैंक जा रही है। इस बुजुर्ग महिला को कई किमी पैदल चलना पड़ा। कमजोर शरीर के कारण वह ठीक से नहीं चल पा रही है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पर सोशल मीडिया यूजर्स बैंक की खूब खिंचाई कर रहे हैं। कई यूजर्स ने यह वीडियो केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरामन को टैग कर दिया तो निर्मल सीतरामन ने भी इसे बहुत ही दुखद बताते हुए रिप्लाई दिया है और बैंक से इसका जवाब मांगा है। बैंक ने भी इसका उत्तर दिया है।

तस्वीर ओडिशा के नबरंगपुर जिले के झाड़ीगांव की है जहां सत्तर साल की एक बुजुर्ग महिला डिजिटल इंडिया के दौर में भीषण गर्मी में टूटी कुर्सी के सहारे अपनी पेंशन के लिए बैंक जा रही है। वीडियो में दिख रही महिला का नाम सूर्या हरिजन है जो ओडिशा के नबरंगपुर की रहने वाली हैं। वीडियो वायरल होने के बाद बैंक अधिकारियों ने कहा कि वह जल्द ही समाधान निकालेंगे ताकि अगली बार सूर्या को इस तरह तकलीफ न उठानी पड़े।

वीडियो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण तक भी पहुंचा उन्होंने भी वीडियो शेयर करते हुए इसे दुखद बताया और महिला की परेशानी को देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की खिंचाई की। बैंक ने भी अपनी ओर से वित्त मंत्री को जवाब दिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्विटर पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, “भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के प्रबंधक ने इस मामले में जवाब दिया है, लेकिन फिर भी वे वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) और एसबीआई से ऐसे मामलों में त्वरित संज्ञान लेने और मानवीय रूप से कार्य करने की उम्मीद करती हैं।” उन्होंने पूछा है कि क्या उस क्षेत्र में बैंक मित्र नहीं हैं?

यह घटना 17 अप्रैल की है। मामले में वित्त मंत्री की प्रतिक्रिया के बाद एसबीआई ने ट्वीट किया, “हम भी वीडियो को देखकर बहुत दुखी हैं। श्रीमती सूर्या हरिजन हर महीने अपने गांव में सीएसपी से अपना पेंशन निकालती थीं। बुढ़ापे के कारण उनके फिंगर प्रिंट मेल नहीं खा रहे थे। हमने इसके बाद डोरस्टेप पेंशन डिलीवरी की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है। हम जल्द ही उन्हें व्हीलचेयर भी सौंप देंगे।”

बैंक ने कहा कि वह अपने रिश्तेदार के साथ हमारी झरीगांव शाखा गई। हमारे शाखा प्रबंधक ने तुरंत अपने खाते को मैन्युअल रूप से डेबिट करके राशि का भुगतान कर दिया है। हमारे ब्रांच मैनेजर ने यह भी बताया है कि उनका पेंशन अगले महीने से उनके घर पहुंचा दी जाएगी। एक  रिपोर्ट के मुताबिक इस महिला को उस समय बैंक से वापस लौटना पड़ा जब बैंक अधिकारियों ने उनके अंगूठे के निशान को गलत बता दिया। महिला को उनकी पेंशन भी नहीं मिली। SBI के मैनेजर का कहना था कि महिला की उंगलियां टूटी हुई हैं जिस वजह से डॉक्यूमेंट वेरिफाई नहीं हो पा रहे लेकिन बैंक इसे सॉल्व करने में जुटा हुआ है। मैनेजर का ये भी कहना था कि उन्होंने बैंक से महिला को फिलहाल के लिए 3000 रुपए  दिलवाये हैं।

वीडियो देखते ही FM निर्मला सीतारमान ने बैंक को फटकार लगाते हुए पूछा कि वहां कोई बैंक मित्र क्यों नहीं है? बैंक ने वित्त मंत्री के ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि वीडियो को देखकर उन्हें भी उतना ही दुख हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि अगले महीने से पेंशन उनके घर पर पहुंचाई जाएगी। रिपोर्ट्स में ये भी बताया जा रहा है कि महिला बेहद गरीब तबके से आती है। उनका बड़ा बेटा एक दूसरे राज्य में दिहाड़ी मज़दूरी करता है। वो अपने छोटे बेटे के साथ रहती हैं, जो दूसरों के पशु चराने का काम करता है। परिवार के पास खेती के लिए ख़ुद की कोई ज़मीन नहीं है, ये सब एक झोपडी में किसी तरह जी रहे हैं।

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