रिश्ते जब दरकने लगें…

विनय गर्ग

अपने जब दमकने लगें, 
रिश्ते जब दरकने लगें। 
संभाल लो इन रिश्तों को, 
इससे पहले, कि बिखरने लगें।। 

कोई हमेशा गलत नहीं होता, 
कोई हमेशा सही नहीं होता। 
कभी छोटा भी सही तो,
बड़ा भी गलत हो सकता हैl
पर सत्य को सत्य न कहो, 
ऐसे भी तो सही नहीं होता।। 

गलती छोटा करे तो डांटना चाहिए, 
बड़ा करे तो बताना चाहिए। 
हमेशा छोटे को ही शिक्षा दो, 
ऐसे भी तो सही नहीं होता।। 

अपने जब दमकने लगें, 
रिश्ते जब दरकने लगें। 
संभाल लो इन रिश्तों को, 
इससे पहले, कि बिखरने लगें…