अस्तित्व

दिशा पंवार
अस्तित्व की तलाश में,
हर रोज बनती रही, मिटती रही।
समंदर बहुत बड़ा था, घमंड में अड़ा था।
मिट जाएगा खार समंदर का एक दिन,
हर रोज मीठी नदी बन बहती रही।
अस्तित्व की तलाश में……।
अमावस सा जीवन था, अंधेरा भी गहन था,
मिल जाएगा चांद उम्मीदों का एक दिन,
हर रोज उजियाली रात बन ढलती रही।
अस्तित्व की तलाश में……।
मार्ग कब सुगम था, लक्ष्य भी अगम था,
मिल ही जाना था मंज़िल को एक दिन,
हर रोज राह बन चलती रही।
अस्तित्व की तलाश में
हर रोज बनती रही मिटती रही।
(लेखिका राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सीही सैक्टर 7 फरीदाबाद, हरियाणा में संस्कृत की प्रवक्ता हैं)
क्या आपने ये खबरें भी पढ़ीं?
- बिल पास करने का खेल | AEN और JEN 50 हजार की घूस लेते रंगे हाथ दबोचे
- आयुष्मान मित्रों के साथ अन्याय | DMA ने हरियाणा सरकार पर फोड़ा ग़ुस्सा, कहा – ‘5000 मानदेय पर कब तक जिएंगे?’
- भरतपुर में धूमधाम से मनाया जाएगा विश्व फार्मासिस्ट दिवस | नई टीम गठन और स्थाई भर्ती की मांग को लेकर फार्मासिस्ट होंगे एकजुट
- एसीबी की बड़ी कार्रवाई | एएसआई 30 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा
- लखीमपुर खीरी में बच्चों को मिला डिजिटल तोहफा | ऐपइनवेंटिव फाउंडेशन ने प्राथमिक विद्यालय में खोली अत्याधुनिक कंप्यूटर लैब
- रेलवे कर्मियों को दिवाली से पहले बड़ा तोहफा | 10.9 लाख कर्मचारियों को मिलेगा इतने दिन का बोनस, सरकार पर 1,866 करोड़ का भार
- अलवर में डंपर ने ली चार युवकों की जान | सड़क पर बिखरी लाशें, गुस्साए ग्रामीणों ने हाइवे जाम किया
- RPS से प्रमोट हुए अफसरों को नई तैनाती | पति-पत्नी की जोड़ी भी शामिल, देखिए किसे कहां मिली जिम्मेदारी
- भरतपुर में महारास महोत्सव-2025 | लायंस क्लब कोहिनूर ने डांडिया-गरबा से राधा-कृष्ण की भक्ति और रंगारंग संस्कृति में रचा रंग, कपल डांस और भजनों ने बांधा समां