हाईकोर्ट का आदेश; पुलिस कांस्टेबल भर्ती-2019-20 का रिजल्ट दोबारा करें जारी

जयपुर 

पुलिस विभाग को राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2019-20 का रिजल्ट फिर से जारी करना होगा। इस बाबत राजस्थान हाईकोर्ट जयपुर ने परीक्षा के प्रश्नों और उनके सही उत्तरों में गड़बड़ी की शिकायतों को लेकर लगी याचिकाओं का निपटारा करते हुए दुबारा रिजल्ट जारी करने के आदेश दिए और साथ ही यह भी कहा कि जिन सवालों को लेकर शिकायतें हैं उनके लिए पहले विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया जाए। तत्पश्चात उस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर 1 महीने में दोबारा से परीक्षा का रिजल्ट जारी किया जाए।

16 लाख कैंडिडेट्स ने किए थे आवेदन
आपको बता दें कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2019-20 परीक्षा  कांस्टेबल सामान्य और कांस्टेबल चालक के 5000 से ज्यादा पदों के लिए 7 नवम्बर, 2020 को आयोजित हुई थी। परीक्षा में राजस्थान में करीब 16 लाख कैंडिडेट्स ने आवेदन दिए थे। कुल 150 प्रश्नों का प्रश्न पत्र 75 नम्बर का था। जिसमें प्रत्येक प्रश्न का आधा अंक था। साथ ही नैगेटिव मार्किंग 1/8 थी। लेकिन परीक्षा के प्रश्नों और उनके सही उत्तरों में गड़बड़ी की शिकायतें मिली थीं। इन गड़बड़ियों को लेकर  परीक्षा देने वाले राजेन्द्र कुमार मीणा, कृष्ण कुमार मीणा समेत 4 जिलों भिवाड़ी(अलवर), चूरू,बीकानेर, पाली के कैंडिडेट्स ने याचिकाएं दायर कीं।

राजस्थान हाईकोर्ट, जयपुर की सिंगल बेंच में  इन याचिकाओं पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। जस्टिस महेन्द्र कुमार गोयल की बेंच ने मामले में इन याचिकाओं का निपटारा करते हुए लिखित परीक्षा को लेकर एक विषय विशेषज्ञ कमेटी गठित करने के आदेश दिए  और कहा कि उस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर 1 महीने में दोबारा रिजल्ट जारी किए जाएं।

याचिकाकर्ता के एकवोकेट रामप्रताप सैनी ने बताया कि इस परीक्षा के प्रश्न पत्र में कई प्रश्न ऐसे थे जिनके उत्तर कैंडिडेट्स ने सही दिए थे, लेकिन पुलिस विभाग ने उत्तर को गलत माना। कई प्रश्न पूछने का तरीका ही गलत होने के कारण प्रश्न गलत थे। कोर्ट को प्रश्नों की जानकारी दी गई। साथ ही पुलिस विभाग की ओर से जारी की गई उत्तर कुंजी और कैंडिडेट की ओर से दिए गए जवाब की भी जानकारी दी गई।  जिस पर कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा कि विवादित प्रश्नों को लेकर एक विषय विशेषज्ञ कमेटी गठित की जाए। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर अगले 1 महीने में फिर से परिणाम जारी किया जाए। पुलिस विभाग की ओर से राजकीय अधिवक्ता रूपिन काला ने अपना रखा।

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