अब शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा के समधी बनेंगे शिक्षा विभाग में भर्ती प्रकोष्ठ के वरिष्ठ सलाहकार

जयपुर 

अब राजस्थान के शिक्षा मंत्री के बेटे के ससुर यानी डोटासरा के समधी राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद  के भर्ती प्रकोष्ठ में सलाहकार बन सकते हैं। शिक्षा विभाग ने डोटासरा के समधी को भर्ती प्रकोष्ठ में सलाहकार बनने का बाकायदा न्यौता (प्रस्ताव) आगे चल कर भेजा है। इसके साथ ही डोटासरा अपने पूरे कुनबे, रिश्तेदारों को निहाल करने को लेकर फिर विवादों में फंस गए हैं।

दिलचस्प ये है कि डोटासरा के कुनबे, रिश्तेदारों को पूरी तरह निहाल करने के लिए ज़ोरदार कोशिशें चल रही हैं। ताजा मामले में डोटासरा के समाधी  रमेश कुमार पुनिया को भर्ती प्रकोष्ठ में सलाहकार बनाने के लिए अलग से विज्ञप्ति निकाली गई है। वो भी केवल सिंगल आदेश की। यानी विभाग को इस पद के लिए राजस्थान में और कोई काबिल व्यक्ति नहीं मिला। 

डोटासरा के समधी रमेश कुमार पुनिया सेवानिवृत मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी हैं। रमेश पुनिया वही हैं जिन्हें पदोन्नत करवा कर उपनिदेशक बनवाया गया था। तब इसके लिए डोटासरा ने  डीपीसी की बैठक दो दिन पहले ही करा दी थी। डोटासरा के दबाव में 28 व 29 जुलाई को होने वाली डीपीसी की बैठक की तारीख दो दिन पहले 26 जुलाई को करने का प्रस्ताव राज्य लोकसेवा आयोग में भेजा था। आयोग ने दो दिन पहले का समय देकर पूनिया को पदोन्नत करने की प्रक्रिया पूरी करवा दी। शिक्षक संगठनों ने इसका विरोध भी किया था।

शिक्षा के क्षेत्र में काम करने का अनुभवी बताया
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् के राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त डा. भंवर लाल के हस्ताक्षरों से दस नवम्बर को जारी और सेवानिवृत मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार पुनिया के नाम से इंगित इन आदेशों में पुनिया को लम्बे समय तक शिक्षा के क्षेत्र में काम करने का अनुभवी बताया गया है और पुनिया से कहा गया है कि यदि वह वरिष्ठ सलाहकार के रूप में काम करने के इच्छुक हैं तो अपना पूर्ण प्रस्ताव मय वित्तीय प्रस्ताव के बनाकर सात दिवस में भेजें।

ये रहे डोटासरा से जुड़े अब तक के विवाद
आरएस भर्ती परीक्षा 2018 में समधि के बेटे और बेटी काे परीक्षा में अच्छे नंबर दिलाने का आरोप लगा था। शिक्षा मंत्री डोटासरा की बहू के भाई गौरव और बहन प्रभा के नंबर भी बराबर आए थे। दोनों को ही परीक्षा में 80 प्रतिशत अंक मिले थे। बहू प्रतिभा ने भी 5 साल पहले 80 प्रतिशत अंक लेकर परीक्षा पास की थी। अजमेर के एडवोकेट देवेंद्र सिंह ने डोटासरा, समधि, बेटा और बेटी के खिलाफ कोर्ट में इस्तेगासा भी पेश किया था।

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