ये काल रात्रि अब अंतिम है,
कल फ़िर इक नया सवेरा है l
ग़म के सागर छूट गए सब,
खुशियो का नया बसेरा है
Tag: CA VINAY GARG
ये काल रात्रि अब अंतिम है…
अचानक से मेरी बातें, बस यादें बन जाएंगी…
ये सांसें यूं ही कम होती जाएंगी,
धड़कनें बस यूं ही थमती जाएंगी