जमीन छीनने की कोशिश, लठैतों ने घर आकर परिवार को धमकाया

वैर (भरतपुर)

कस्बा के कुम्हेर दरवाजा स्थित गंगाराम गुर्जर के पुश्तैनी नौहरे की जमीन में होकर जबरन लट्ठ एंव ताकत के बल पर रास्ता कायम कराने की बात को लेकर कुम्हेर दरवाजा निवासी गोपी गुर्जर,समन्दर, गजराज, दीपक, प्रमोद, अजय, दिगम्बर, मुकेश, कुमरसिंह, रूपन, घनश्याम, माया देवी, गोमा देवी, सुपीता, सुशीला आदि सहित एक दर्जन लोगों ने शुक्रवार को सायंकाल करीब सवा तीन बजे लाठी, डंडा, सरिया, पत्थर एवं देशी कट्टा आदि से लैस होकर गंगाराम गुर्जर की अनुपस्थिति में उसके परिजनों के ऊपर धावा बोल दिया। मौके पर उपस्थित लोगों ने हमलावरों को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन हमलावर गंगाराम गुर्जर की पत्नी एवं उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी देकर के गए हैं। गंगाराम गुर्जर ने बताया कि वह अपनी पत्नी के इलाज की खातिर बाहर गया हुआ था।

 बताया जाता है कि गंगाराम गुर्जर के पिता कलुआ राम गुर्जर ने पुख्ता मकान बनाने के लिए नगरपालिका वैर में 4-12-1949 को मंजूरी प्राप्त करने के लिए प्रार्थना पत्र प्रेषित किया। 7-12-1949 को तत्कालीन वार्ड मेम्बर की सिफारिश को मुनासिब समझकर जलसा बोर्ड वैर में प्रकरण को प्रेषित करने की सिफारिश की गई थी। जलसा बोर्ड वैर ने 12-12-1949 को पुख्ता मकान बनाने की सिफारिश के आधार पर 20-01-1951को जलसा बोर्ड वैर द्वारा कलुआ राम गुर्जर के पक्ष में इजाजत नामा जारी कर दिया गया।

गंगाराम गुर्जर ने बताया कि उसके पिता ने 15फीट चौडाई तथा 75फीट लम्बाई की जगह नौहरे के लिए छोड़कर बाकी शेष 45 फीट चौड़ाई तथा 75 फीट लम्बाई में पुख्ता मकान बना लिया। उन्होंने बताया कि 70 साल से वह अपने नौहरे की जमीन का उपयोग पशुओं को बांधने, ईंधन ऊपला, लकड़ी आदि रखने तथा उठने बैठने के लिए काम में लेता हुआ चला आ रहा है। इस नौहरे की जमीन को लेकर उसके मोहल्ले के चार – पांच परिवार के लोग रंजिश रखते हुए चले आ रहे हैं। तथा जबरन लट्ठ एवं ताकत के बल पर रास्ता निकालने के लिए आए दिन उससे झगड़ा फसाद कर उसके नौहरे की मंजूरी शुदा जमीन को छीनना चाहते हैं।





 

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