सरकार! अपने इस मंत्री की भी कुंडली खंगाल लीजिए, जब बोर्ड में हो रहा था घपला, तब भी यही चेयरमैन थे, अब फिर उन्हीं पर उठ रही है अंगुली

जयपुर 

भरतपुर के विधायक और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सबसे चहेते  मंत्रियों में से एक तकनीकी शिक्षा मंत्री डा. सुभाष गर्ग एकबार फिर संदेह के घेरे में आ गए हैं। पिछली बार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में हुए घपले में उन पर अंगुली उठी थी। तब वह बोर्ड के चेयरमैन थे और सरकार भी गहलोत की थी। अब reet-2021 पेपर लीक प्रकरण की आंच भी उन तक पहुंच चुकी है। अब भी सरकार गहलोत की है। बस, डा. सुभाष गर्ग के पद, कद और साल बदल गए हैं। बल्कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के और खास चहेते बनकर उभरे हैं। भाजपा के राज्य सभा सांसद डा. किरोड़ी लाल मीना ने रविवार को सुभाष गर्ग को जमकर घेरा और कई बड़े खुलासे किए। 

मंत्री सुभाष गर्ग ने अपने बोर्ड चेयरमैनशिप के कार्यकाल में भी अपने चहेतों को खूब निहाल किया और अब गहलोत सरकार के ताकतवर मंत्री बनने के बाद भी अपनी उसी चहेती पलटन को फिर निहाल करवा दिया। हालांकि SOG की कार्रवाई के बाद तीन विकेट उड़ चुके हैं। वर्तमान बोर्ड के बर्खास्त अध्यक्ष डीपी जारोली, बोर्ड के निलंबित सचिव अरविंद सेंगवा, निलंबन के बाद हिरासत में लिए गए REET Exam स्टेट को-ऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर मंत्री सुभाष गर्ग के चहेतों में से है2011 और 2012 में कांग्रेस सरकार में भी पाराशर को आरटेट परीक्षा का  कोऑर्डिनेटर बनाया गया था। तब माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन सुभाष गर्ग ही थे।

ACB की FIR में भी था नाम
आपको यहां बताना जरूरी है कि सुभाष गर्ग की बोर्ड चेयरमैनशिप में बोर्ड में बड़ा घपला हुआ था और तब ACB में दर्ज FIR में उनका नाम भी था। लेकिन मामला रफादफा हो गया और अब REET2021 के पेपरलीक में भी आंच सुभाष गर्ग तक पहुंच चुकी है। अब फिर मामले को दबाने की भरपूर कोशिश की जा रही है। गर्ग के चहेते लोग तो घेरे में फंस चुके हैं। सुभाष गर्ग बोर्ड चेयरमैनशिप के कार्यकाल से लेकर अब तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गुड बुक में है और इसलिए यह आरोप लग रहे हैं कि सरकार REET पेपर लीक के असली गुनहगारों को बचाने के प्रयास कर रही है और CBI जांच से कतरा रही है। गर्ग की कुंडली खंगालने से भी भाग रही है।

किरोड़ी मीना ने किए बड़े खुलासे
इस बीच आज भाजपा के राजयसभा सदस्य डा. किरोड़ी मीणा ने मंत्री सुभाष गर्ग को लेकर बड़े खुलासे किए। आपको बता दें कि  REET-2021 पेपर लीक प्रकरण को किरोड़ी मीना ने काफी मुखर रूप से उठाया और बहुत सारे सबूत जांच एजेंसियों को सौंपे हैं। आज किरोड़ी मीना फिर बड़े खुलासे किए और पूरे मामले में गर्ग की संलिप्पता के आरोप लगाते हुए उन्हें पद से हटाने और गिरफ्तार  करने की मांग की है। मीणा ने आरोप लगाया कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल के पदाधिकारी इसमें शामिल है। उन्होंने कहा कि इसे गहलोत सरकार ने सौ करोड़ रुपए आवंटित किए हैं।

रीट पेपर में सेंटर बनाने में भी धांधली
किरोडीलाल मीणा ने कहा कि रीट पेपर में सेंटर बनाने में भी धांधली की गई है। मंत्री की परिचित को अजमेर जिले का कॉर्डिनेटर बनाया गया था। उन्होंने कहा कि रीट के पार्ट प्रथम का भी पेपर लीक हुआ है। इसलिए पूरे मामले की जांच सीबीआई को देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल के नेशनल को-ऑर्डिनेटर सुभाष गर्ग हैं, रीट परीक्षा को आयोजित कराने में ऐसे तमाम लोगों को जिम्मेदारी दी गई जो राजीव गांधी स्टडी सर्किल के रीजनल को-ऑर्डिनेटर व सदस्य हैं, ऐसे में रीट प्रकरण में शक की बड़ी सुई सुभाष गर्ग की तरफ घूम रही है। इसलिए निष्पक्ष जांच में सहयोग करने के लिए सुभाष गर्ग को मंत्री पद से तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और मामले की सीबीआई जांच करवानी जानी चाहिए।

आरटेट परीक्षा के आयोजन में भी हुई थी बड़ी धांधली
मीणा ने ये भी आरोप लगाया कि जब सुभाष गर्ग माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष थे उस दौरान आरटेट परीक्षा के आयोजन में भी बड़ी धांधली का मामला सामने आया था और परीक्षा के पेपर कोलकाता की सरस्वती प्रिंटिंग प्रेस पर छपवाए थे और इस बार रीट परीक्षा के पेपर भी सरस्वती प्रिंटिंग प्रेस पर ही छपवाए गए हैं, ऐसे में रीट पेपर घोटाले में भी सुभाष गर्ग की बड़ी संलिप्तता है।

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