भरतपुर में सरकारी शिक्षक ने REET में पास कराने के मांगे 10 लाख, पुलिस ने दबोचा

भरतपुर 

भरतपुर में पुलिस ने एक डिकॉय आपरेशन कर REET परीक्षा में पास करने और नौकरी दिलाने की गारंटी लेने वाले एक सरकारी शिक्षक को गिरफ्तार किया है। यह शिक्षक इस काम के लिए दस-दस लाख मांग रहा था। पुलिस ने एक मुखबिर की सूचना पर इस शिक्षक को धर दबोचा।

यह शिक्षक भरतपुर जिले के कुम्हेर कस्बे में REET परीक्षा का पेपर पास कराने के नाम पर परीक्षार्थियों से धोखाधड़ी की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई ने बताया कि मुखबिर की बताई निशानदेही पर कुम्हेर में आरोपी की पहचान की गई और सहायक उप निरीक्षक राजपाल सिंह ने मनोरंजन बैंक के दो-दो हजार के 49 नोट की गड्डी लेकर उसके ऊपर एक, 2 हजार का असली नोट लगाकर डिकॉय ऑपरेशन के लिए सहायक उप निरीक्षक नौबत सिंह को दिए।

एसपी ने बताया नौबत सिंह ने आरोपी शिक्षक से एक रिश्तेदार को रीट परीक्षा में पास कराने के बारे में बात की तो शिक्षक ने इस काम के एवज में 10 लाख रुपए और एडवांस में दो लाख रुपए मांगे। एसपी ने बताया कि  इसके बाद सौदा फ़ाइनल होने पर आरोपी शिक्षक ने रीट परीक्षा में चयन की गारंटी दी। इसके बाद नौबत सिंह ने अपनी जेब से एक लाख की गड्डी (जिनमें से 2 हजार का असली नोट था और बाकी 49 मनोरंजन बैंक यानी नकली नोट) अपनी जेब से निकाल कर आरोपी को दे दिए। इस पर इशारा मिलते ही पुलिस टीम ने उसको दबोच लिया।

पकड़े गए आरोपी का नाम कुम्हेर थाना क्षेत्र के पूंठ गांव निवासी लक्ष्मण सिंह पुत्र खुशीराम बताया गया और उसकी पोस्टिंग कुम्हेर के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय गोलपुरा में शिक्षक के पद पर है। पुलिस टीम ने आरोपी शिक्षक से डिकॉय ऑपरेशन में इस्तेमाल की गई नोटों की गड्डी, दो स्मार्ट फोन बरामद कर लिए। जब मोबाइलों की जांच की गई तो मोबाइल में कई अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र और उनसे नौकरी दिलाने को लेकर की गई चैट भी मिलीं।

गिरोह में और भी हैं शामिल
पूछताछ में आरोपी शिक्षक ने बताया कि वो और उसके कई साथी नौकरी लगाने का झांसा देकर 15-20 परीक्षार्थियों से कुछ राशि एडवांस लेकर व बाकी राशि नौकरी लगने के बाद लेना तय कर लेते हैं, जिनमें से कुछ परीक्षार्थी खुद की मेहनत से ही नौकरी पर लग जाते हैं, जो नहीं लगते हैं उनके रुपए किस्तों में वापस कर देते हैं।

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