मेवाड़ दर्शन यात्रा पर निकलीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, बोलीं; हर बात को राजनीति से जोड़ना गलत

उदयपुर 

भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चुनाव के दो साल पहले एक बार फिर वह सक्रिय हो गई हैं। राजे ने मंगलवार को मेवाड़ दर्शन यात्रा शुरू की। उन्होंने मेवाड़ के सुप्रसिद्ध कृष्णधाम श्री सांवलिया जी से अपनी शुरुआत की है। मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे वे सांवलिया सेठ मंदिर पहुंची। दर्शन के बाद वे अपने समर्थकों से मिली। यहां पार्टी पदाधिकारियों की ओर से उनका स्वागत किया गया।

राजे ने पहली बार सांवरा सेठ के दर्शन कर अपनी यात्रा की शुरूआत की है। अब तक राजसमंद के चारभुजा मंदिर से ही शुरूआत करतीं थीं। राजे की यात्रा को चुनाव की तैयारी और वसुंधरा की दावेदारी जताने के तौर पर देखा जा रहा है।

हालांकि मंच से राजे ने कहा कि पार्टियां कयास लगा रही हैं कि यह यात्रा राजनीतिक है। मगर हर बात को राजनीति से जोड़ना गलत है। उन्होंने कहा कि कोविड में कई लोगों ने अपनों को खोया है। उनके दुख में शरीक होने आई हूं। सांवरा सेठ के दर्शन कर कोविड का असर कम होने का धन्यवाद दिया है।

नाराज हो गईं वसुंधरा
राजे की सभा में कुछ लोग मंच पर पहुंच गए। पुलिस के लिए भी कंट्रोल करना मुश्किल हो गया, पहले राजे ने मंच पर चढ़ रहे कार्यकर्ताओं को फटकार लगाई, फिर भी कार्यकर्ता नहीं माने तो नाराज राजे भाषण बीच में छोड़कर बैठ गईं। इससे पहले वसुंधरा राजे सांवलिया सेठ के मंदिर गई। मंदिर समिति के सदस्यों ने उनका स्वागत किया।

राजे 24 नवंबर को झाड़ोल जाएंगी
राजे 24 नवंबर को झाड़ोल जाएंगी जहां पर मावली विधायक धर्मनारायण जोशी के घर जाएंगे और उनके परिवार में हुए निधन पर संवेदना जताएंगी, बाद में उदयपुर आकर यहां राजसमंद की दिवंगत विधायक किरण माहेश्वरी, पूर्व सांसद महावीर भगोरा व उदयपुर महापौर जीएस टांक के घर जाएंगी जहां संवेदना जताएंगी। उदयपुर से राजे एकलिंगजी के दर्शन कर नाथद्वारा श्रीनाथजी के दर्शन करने जाएंगी। 25 को जहाजपुर व बेंगू का कार्यक्रम होगा।

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