ACP ने रिश्वत में मांगी अस्मत, एसीबी ने दबोचा , बलात्कार केस की जांच के बहाने पीड़िता को बुलाता था ऑफिस, आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया

जयपुर


जिसे महिला अत्याचार सुनने के लिए लगाया था महिला यूनिट का प्रभारी, वही अफसर महिला से करना लगा अत्याचार 


एक एसीपी की करतूत से एकबार फिर पुलिस पर बड़ा दाग लग गया। यह  पुलिस अधिकारी दुष्कर्म के एक केस की जांच के बहाने एक तीस साल की महिला को अपने आफिस में बुलाता था और उससे आपत्तिजनक हरकतें करता था। उसने पहले इस केस की जांच के लिए रिश्वत मांगी और फिर इसके बाद पीड़िता से अस्मत मांग कर उसे परेशान करना शुरू कर दिया। महिला ने इसकी शिकायत ACB को कर दी। इसके बाद ACB एक्शन में आ गई और इस पुलिस अधिकारी को आपत्तिजनक हालत में ACB की टीम ने दबोच लिया। मजेदार बात यह है कि इस अधिकारी को महिलाओं के अत्याचार सुनने के लिए ही पुलिस की महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में बतौर प्रभारी लगाया गया था और खुद ही यह अत्याचार कर बैठा।

मामला राजस्थान पुलिस का और वह भी राजधानी जयपुर का। 14 मार्च रविवार को अवकाश का दिन था। इस दिन उसने महिला को अपने आफिस में बुलाया था। ACB महिला की शिकायत पर पहले से ही सतर्क थी। उसने तुरंत इस पुलिस अधिकारी को आपत्तिजनक हालत में दबोच लिया। एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि पकड़े गए RPS अफसर का नाम कैलाश बोहरा है। वह जयपुर शहर (पूर्व) जिले की महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में बतौर प्रभारी सहायक पुलिस आयुक्त तैनात है।

ACB की गिरफ्त में आया जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में सहायक पुलिस आयुक्त RPS कैलाश बोहरा।

यह है पूरा मामला 
एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि 6 मार्च को 30 साल की युवती ने कैलाश बोहरा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। इसमें बताया था कि उसने जवाहर सर्किल थाने में एक युवक व अन्य लोगों के खिलाफ बलात्कार, धोखाधड़ी सहित 3 मुकदमे दर्ज करवाए थे। इन मुकदमों की जांच महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में एसीपी कैलाश बोहरा कर रहे हैं। पीड़ित युवती का आरोप है कि तीनों मुकदमों में कार्रवाई की एवज में जांच अधिकारी कैलाश बोहरा ने पहले उससे रिश्वत मांगी। जब उसने रुपए नहीं दिए तो फिर बाद बार-बार जांच के नाम पर ऑफिस बुलाना शुरू कर दिया। आखिर में रिश्वत के रूप में अस्मत की मांग कर परेशान करना शुरू कर दिया। युवती ने यह भी आरोप लगाया कि ACP कैलाश बोहरा उसे ऑफिस टाइम के बाद भी मिलने के लिए दबाव डालता था।

ऑफिस में जांच के लिए बुलाया, फिर कमरा बंद कर छेड़छाड़ शुरू कर दी
एसीबी की जयपुर देहात इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरोत्तम लाल वर्मा के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया। रविवार को युवती को कैलाश बोहरा ने डीसीपी कार्यालय में स्थित अपने सरकारी ऑफिस में बुलाया। रविवार को छुट्‌टी होने से आज स्टॉफ मौजूद नहीं होने की जानकारी कैलाश बोहरा को थी। तब युवती के वहां पहुंचने पर कैलाश ने उसे ऑफिस में बुलाया। अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। तब एसीबी की टीम ने कैलाश बोहरा को महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार कर लिया। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एम.एन. के निर्देशन में आरोपी कैलाश बोहरा के निवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी जारी है।

कोई घूस मांगे तो करें इन नंबरों पर शिकायत
एसीबी महानिदेशक बीएल सोनी ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हेल्पलाइन नं. 1064 एवं Whats app हेल्पलाइन नं. 94135-02834 पर 24×7 सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। बता दें कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरूद्ध भी कार्यवाही करने को अधिकृत है।





[DISPLAY_ULTIMATE_SOCIAL_ICONS]

प्रतिक्रिया देने के लिए ईमेल करें  : ok@naihawa.com

 


SHARE THIS TOPIC WITH YOUR FREINDS