नंबर के बदले नोट! | कॉलेज प्रिंसिपल रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा

दौसा 

शिक्षक बनाने की डिग्री दिलाने वाला ही निकला घूसखोर! दौसा के एक प्राइवेट बीएड कॉलेज में भ्रष्टाचार की गंध इतनी गहरी हो चुकी थी कि छात्रों को अच्छे नंबरों और उपस्थिति के बदले रिश्वत देनी पड़ रही थी। लेकिन अब एसीबी ने इस शिक्षा माफिया के खेल का पर्दाफाश कर दिया है।

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भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने ओम शिव महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, दौसा के प्रिंसिपल राकेश कुमार चौबे को शुक्रवार को 5000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। कॉलेज में पढ़ने वाले एक अभ्यर्थी ने एसीबी को 1 जुलाई को शिकायत देकर बताया था कि प्रिंसिपल द्वारा प्रैक्टिकल में अच्छे नंबर दिलवाने और उपस्थिति फुल कराने के नाम पर 6000 रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है।

शिकायत के बाद ACB ने इसकी गंभीरता से जांच और सत्यापन करवाया। इस दौरान पुष्टि हुई कि रिश्वत की डील 6000 से घटाकर 5000 रुपये में फाइनल हुई थी।

इसके बाद एसीबी चौकी दौसा के उप अधीक्षक नवल किशोर के निर्देशन में पुलिस निरीक्षक रमेश चंद के नेतृत्व में टीम ने जाल बिछाया और ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। जैसे ही प्रिंसिपल राकेश कुमार चौबे ने रिश्वत की रकम ली, टीम ने उसे मौके पर ही दबोच लिया।

अब आरोपी से पूछताछ की जा रही है और यह भी जांच हो रही है कि इस घूसखोरी में कॉलेज के अन्य कर्मचारी या अधिकारी भी शामिल तो नहीं हैं।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की एडीजी स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थानों में हो रहे ऐसे अनैतिक लेन-देन पर एसीबी की नजर बनी हुई है, और आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

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