राजस्थान में कोरोना वैक्सीन लगवानी होगी कम्पलसरी, फिर से लगेगा नाइट कर्फ्यू

जयपुर 

कोरोना के नए  वैरिएंट ओमिक्रॉन की दहशत के बीच अब राजस्थान सरकार प्रदेश में वैक्सीन लगवाना कम्पलसरी करने जा रही है। इसके साथ ही सरकार ने प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला  किया है। राजस्थान  के  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को  लाइव रिव्यू मीटिंग के दौरान यह बात कही।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारीयों को निर्देश दिए कि  वैक्सीनेशन अनिवार्य करने और कोविड प्रोटोकॉल की पालना के लिए सख्ती बढ़ाई जाए। गहलोत ने अधिकारियों को कहा  कि वे मास्क नहीं पहनने, नाइट कर्फ्यू की पालना नहीं करने वालों पर सख्ती करना शुरू कर दें और तीन-चार दिन जागरूकता अभियान चलाकर इसे कम्पलसरी कर दें।

सरकार ने कहा है कि जिन लोगों ने अभी तक  कोरोना का टीका नहीं लगवाया है ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार करवाई जाएगी। वैक्सीन नहीं लगवाने वालों पर सख्ती की जाएगी। राजस्थान में अभी भी एक करोड़ 30 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक टीका नहीं लगवाया है। इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने टीकाकरण को अनिवार्य करने का फैसला किया है। हवाई अड्डे और बस अड्डे पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना समीक्षा बैठक में साफ तौर पर कहा कि राजस्थान ने कोरोना के आंकड़ों को कभी छुपाया नहीं है। कोरोना से साढ़े आठ हजार लोगों की मौत हुई और 5 हजार महिलाएं विधवा हो गई। ऐसे में राजस्थान सरकार ने जरूरतमतों के लिए कई तरह के पैकेज जारी किए।

गहलोत ने कहा कि लोग कोरोना की दूसरी लहर में जो तबाही मची उसका दर्द अभी भूले नहीं हैं। अब ऐसे हालात पैदा न हो इसलिए बचने के लिए हमें  यह करना चाहिए। उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट की उस सुझाव का भी जिक्र किया जिसमें कोर्ट ने केन्द्र सरकार से यूपी चुनाव कुछ समय के लिए टालने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे समय यह टिप्पणी आई है तो यह वाकई  में बहुत बड़ी बात है। हालांकि कई लोग इसके राजनैतिक मायने भी निकाल रहे है। इससे पहले बैठक में स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा, हेल्थ सेकेट्री वैभव गालरिया ने कहा था कि अभी से पाबंदियां लगाना ठीक रहेगा। नए साल पर पाबंदिया रहेगी तो संक्रमण के फैलने की गति को कुछ हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।

वैक्सीन नहीं लगवाने वालों पर लगा सकती है पेनल्टी
गहलोत ने बैठक में कहा कि जिस तरह दूसरे राज्यों  तमिलनाडु, पंजाब ने वैक्सीनेशन अनिवार्य कर दिया है, उसी तरह हमें भी वैक्सीन अनिवार्य करनी पड़ेगी। कोई भी व्यक्ति वैक्सीन लगवाने से इंकार नहीं कर सकता, ये उसका अधिकार नहीं है। हमें इसे अनिवार्य करना ही पड़ेगा। हमने जब मास्क लगाने का कानून पास किया तो वैक्सीन को भी अनिवार्य कर सकते हैं । लोगों को समय दे सकते हैं कि एक महीने में वैक्सीन लगवा लें  नहीं तो पेनल्टी लगेगी।

बढ़ रहे हैं ओमिक्रोन के मामले
इस बीच देशभर में कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) से संक्रमित लोगों की भी संख्या बढ़ती जा रही है अबतक भारत में ओमिक्रोन के कुल मामले 358 मामले सामने आ चुके हैं ओमिक्रोन काफी तेजी से फैल रहा है यह फिलहाल 33 प्रतिशत की रफ्तार के साथ लोगों को संक्रमित कर रहा है देशभर के मामलों में सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं कुल मामलों में से महाराष्ट्र में 88, दिल्ली में 67, तेलंगाना में 38, तमिलनाडु में 34, केरल में 29 और हरियाणा में सामने आए हैं

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