बैंक का डिप्टी मैनेजर लॉकर के गहनों को गिरवी रखता रहा और मिली राशि को सूद पर देता रहा| आपका भी है लॉकर तो संभालते रहिएगा

पलामू (झारखण्ड)

क्या आपने बैंक में लॉकर ले रखा है? यदि हां तो उसे बीच-बीच में संभालते रहिएगा कहीं ऐसा न हो कि लॉकर को संभाले लम्बा समय हो जाए और आपका कीमती माल उसमें से साफ़ होता रहे। जी हां, ऐसा हो चुका है और इसमें बैंक के ही एक अधिकारी की संलिप्तता पाई गई है। ऐसे एक मामले में पुलिस ने बैंक के एक डिप्टी मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। यह डिप्टी मैनेजर ग्राहकों के लॉकर्स से गहने निकालता रहा और आभूषण कारोबारी के पास गिरवी रख कर प्राप्त राशि को सूद पर देता रहा। लॉकरों से करोड़ों रुपए के जेवरात गायब हो गए हैं।

इस मामले में बैंक के आधा दर्जन बैंक कर्मियों और स्वर्ण कारोबारियों को भी हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। शाखा प्रबंधक को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए दो दिन से मेदिनीनगर टाउन थाना में रखा है।

बैंक ग्राहकों से धोखाधड़ी का यह अनूठा मामला झारखण्ड के पलामू स्थित पंजाब नेशनल बैंक के उस शाखा का है जिसमें  यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की डालटनगंज शाखा को मर्ज कर दिया गया था इसी बैंक में पदस्थ डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार को ग्राहकों से धोखाधड़ी के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया हैबैंक अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर दोषी पाए गए डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आंतरिक जांच भी शुरू कर दी गई है।

दरअसल बैंक का डिप्टी मैनेजर शराब के धंधे में लिप्त है और इस धंधे में हुए लाखों के नुकसान की भरपाई वह ग्राहकों के लॉकर में रखे गहनों से करने लगा। वह लॉकर से गहने निकालता था और आभूषण कारोबारियों के पास 3% ब्याज पर गिरवी रख देता था। उससे मिले पैसे को बाजार में 5% ब्याज पर दे देता था। डिप्टी मैनेजर ने पुलिस को कई लॉकरों में छेड़छाड़ करने की जानकारी दी है।

पुलिस ने बताया- डिप्टी मैनेजर प्रशांत ने लॉकडाउन का गलत फायदा उठाया। इस दौरान बैंक में इक्के-दुक्के ग्राहक आते थे। इसी समय लॉकर को तुड़वाकर उसमें से गहने उड़ा लिए। डिप्टी मैनेजर गायब गहनों को स्वर्ण कारोबारियों के पास 3 प्रतिशत के ब्याज दर पर गिरवी रखता था और उससे मिले पैसे को वह पांच प्रतिशत ब्याज पर लगाता था। इस मामले में शहर के कुछ स्वर्ण व्यवसायियों को भी हिरासत में लिया गया है।

लॉकर से गायब गहनों के बाद बैंक पहुंचे चिंतित ग्राहक

डिप्टी मैनेजर ने पुलिस को बताया है कि शराब के धंधे में उसे 40 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। इसकी भरपाई के लिए उसने लॉकर से गहने चुराए। पुलिस जांच कर रही है कि और कितने ग्राहकों के लॉकर से छेड़छाड़ की गई है।

ऐसे खुला मामला
अब तक बैंक के छह ग्राहकों के लॉकर से जेवरात, नकदी और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब मिले हैं। बैंक में कुल 90 लॉकर हैं। कृषि वैज्ञानिक डॉ. अशोक सिन्हा 10 दिन पहले जब अपना लॉकर खोलने गए तो उनके पास जो चाबी थी, उससे लॉकर नहीं खुला। इसके बाद बैंक मैनेजर गन्धर्व कुमार ने लॉकर तुड़वाने के लिए तकनीशियन को बुलाया। जब लॉकर टूटा तो उसमें सिर्फ चांदी के जेवर थे, सोने के जेवर नहीं मिले। इस खबर के बाद बैंक में लॉकर रखने वाले ग्राहक आने लगे। कुछ ग्राहकों का लॉकर उनकी चाबी से खुल गया। जबकि, चार ग्राहकों के लॉकर नहीं खुले।

मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तोड़ने पड़े लॉकर
चार ग्राहकों का लॉकर नहीं खुलने पर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने लॉकर को तुड़वाया। लॉकर टूटते ही वहां मौजूद चारों ग्राहक डॉ. जय कुमार, शिक्षक रमण किशोर, एनपीयू कर्मी राजीव मुखर्जी और वेद प्रकाश शुक्ला के होश उड़ गए। उनके लॉकर से सोने के सारे जेवरात गायब कर दिए गए थे। इसके बाद उनकी पत्नियां बैंक में ही रोने बिलखने लगी।

बैंक में लगाया नया स्टाफ
पंजाब नेशनल बैंक की रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय से तात्कालिक व्यवस्था के तहत रामाशंकर शर्मा को बतौर शाखा प्रबंधक डालटनगंज ब्रांच में तैनात किया गया है। उनके साथ एक अन्य पदाधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति की गई है।

आपके पास लॉकर है तो इन बातों का रखें ध्यान

  • सामान रखते वक्त ठीक से लॉकर को बंद करें
  • हड़बड़ी में न रहें, कई बार लॉकर खुला रह जाता है और लोग चले जाते हैं
  • लॉक करने के बाद दोबारा चाभी से खोलकर देखें
  • चाभी का नंबर और लॉकर नंबर किसी से शेयर न करें
  • लॉक करते वक्त यह ध्यान रखना चाहिए कि अगल बगल में कोई सामान गिर तो नहीं गया है
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