कोटा
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB ) की टीम ने कोटा के कनवास में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस के सहायक उप निरीक्षक (ASI ) को पचास हजार की घूस ब्लैंक चेक लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। उसने धोखाधड़ी के एक मामले को रफादफा करने के एवज में ढाई लाख रुपए की मांगी थी।
गिरफ्तार ASI का नाम रामरतन खटीक है। उसने धोखाधड़ी के एक मामले में परिवादी के पिता के खिलाफ दर्ज मामले को रफा-दफा करने की एवज में ढाई लाख रुपए मांगे थे। बाद में मामला डेढ़ लाख रुपए में तय हुआ था। इसमें उसने एक लाख नकद और 50 हजार रुपए चेक के जरिए मांगे थे।
एसीबी कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि कोटा के खेड़ारसूलपुर निवासी चंद्रप्रकाश सैनी व सहपरिवादी भारतसिंह ने 23 फरवरी को शिकायत की थी कि कनवास थाने में उनके पिता के खिलाफ लुगड़ी का एक मुकदमा दर्ज हुआ है और एएसआई रामरतन खटीक झूठे मुकदमे में उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दे रहे हैं और मामले को रफा-दफा करने की एवज में ढाई लाख रुपए की रिश्वत की मांग भी की है।
ACB ने इस शिकायत का सत्यापन कराया तो वह सही पाई गई सत्यापन के दौरान एएसआई राम रतन खटीक ने 1 लाख रुपए नकद और 50 हजार रुपए का चेक बतौर रिश्वत मंगवाया था। परिवादी रिश्वत की पूरी राशि अरेंज नहीं कर पाया। ऐसे में वह 50 हजार और एक लाख का चेक लेकर आरोपी एएसआई रामरतन खटीक को सौंप दिया। ASI ने रिश्वत की नकद राशि जेब में रख ली और एक लाख का चेक वापस देते हुए यह राशि भी नकद लाने कहा था। इसके बाद ACB ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेब से रिश्वत की राशि 50 हजार रुपए भी बरामद कर लिए।
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