RSLDC घूस प्रकरण: BVG कंपनी का एजीएम महाराष्ट्र से गिरफ्तार, अफसरों को पहुंचाई थी 12 लाख की घूस

जयपुर 

राजस्थान राज्य कौशल विकास निगम (RSLDC) के  रिश्वतकांड में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते  हुए बीवीजी कंपनी के एजीएम (AGM) व स्किल हेड देवेश चौहान को महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार कर लिया। देवेश चौहान को आरएसएलडीसी (RSLDC) जयपुर में पदस्थापित उच्च अधिकारियों को दलाल अमित शर्मा के माध्यम से 12 लाख रुपए की रिश्वत राशि देने का आरोप है।

एसीबी की टीम देवेश चौहान से लगातार पूछताछ कर रही है। बीवीजी कंपनी के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका को लेकर भी पड़ताल की जा रही है। आपको बता दें कि मामले में आईएएस नीरज के. पवन और आईएएस प्रदीप गवड़े सहित 9 लोगों के खिलाफ एसीबी केस दर्ज कर चुकी है।

एसीबी की जांच में सामने आया था कि बीवीजी कंपनी ने दलाल अमित शर्मा के मार्फत RSLDC के उच्चाधिकारियों तक 12 लाख रुपए की रिश्वत की रकम पहुंचाई थी। इसमें रिश्वत की रकम एजीएम देवेश चौहान द्वारा रिश्वत देना सामने आया। तब देवेश को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया। इसके बाद गिरफ्तार कर लिया।

एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि गिरफ्तार देवेश चौहान महाराष्ट्र (पुणे) स्थित BVG कंपनी में स्किल हैड सेक्शन का AGM है। उसे गुरुवार को एसीबी कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। देवेश से पूछताछ में RSLDC जयपुर और BVG कंपनी के उच्चाधिकारियों की भूमिका की जांच की जाएगी। यह कार्रवाई एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर स्पेशल यूनिट सैकंड ईकाई के प्रभारी एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में टीम ने की।

एसीबी ने राजस्थान राज्य कौशल विकास निगम (RSLDC) में शनिवार को पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए RSLDC के स्कीम कॉर्डिनेटर (जीटी) अशोक सांगवान और सहायक आचार्य हाल प्रतिनियुक्ति पर मैनेजर के पद पर स्थापित राहुल कुमार गर्ग को 11 नवंबर 2021 को पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।

एक फर्म से करीब 300 लोगों को ट्रेनिंग देने के बाद डेढ़ करोड़ रुपए का बकाया बिल का भुगतान करने और फर्म का नाम ब्लैकलिस्ट से बाहर करने की एवज में पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई थी।

क्या आपने ये खबरें भी पढ़ीं?