पानीपत
त्रिपुरा में हुए उग्रवादियों के हमले में पानीपत के अहर गांव के रहने वाले बीएसएफ में एसआइ भुरू सिंह शहीद हो गए। उनका बेटा सुमित और पुत्रवधू भी बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर हैं। भारत और बांग्लादेश की सीमा पर गश्त के दौरान उग्रवादियों के हमले में शहीद हुए। हमले में एक अन्य जवान को भी शहादत प्राप्त हुई है। गुरुवार 5 अगस्त को शहीद का पार्थिव शरीर पानीपत लाया जाएगा। जवान की शहादत की खबर से गांव में गमगीन माहौल है।
पानीपत के इसराना ब्लॉक के गांव अहर निवासी 56 वर्षीय भूरू सिंह BSF में SI के पद पर तैनात थे। उनकी ड्यूटी भारत-बांग्लादेश की सीमा पर त्रिपुरा में थी। वह मंगलवार सुबह साथी के साथ गश्त पर निकले। तभी पहले से घात लगाकर बैठे उग्रवादी संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के उग्रवादियों ने उनपर गोलीबारी कर दी। गोलीबारी में भूरू सिंह समेत दो जवान शहीद हो गए। गुरुवार को शहीद के पार्थिव शरीर को पैतृक गांव लाया जाएगा। जहां, राजकीय सम्मान के साथ शहीद के शव का अंतिम संस्कार होगा।
बेटा और बहू भी कर रहे देश सेवा
भूरू सिंह का छोटा बेटा सुमित और उनकी पत्नी प्रियंकल भी BSF में तैनात हैं। सुमित कश्मीर और प्रियंकल पंजाब में अपनी ड्यूटी कर रही हैं। बड़ा बेटा रविंद्र एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। शहीद की पत्नी का पहले ही देहांत हो चुका है।
शहीद के बड़े बेटे रविंद्र ने बताया कि पांच दिन पहले पिता से बात हुई थी। तब वह प्रमोशन के लिए प्रशिक्षण पर जाने की बात कह रहे थे। प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद छुट्टी लेकर घर आना था। अब उनका पार्थिव शरीर ही घर पहुंचेगा।
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