जयपुर
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) के तत्वावधान में ‘राष्ट्र ऋषि बाबा साहब अंबेडकर : व्यक्तित्व एवं कृतित्व’ विषय पर एक ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान के मुख्य वक्ता सुप्रसिद्ध लेखक एवं चिंतक हनुमान सिंह राठौड़ थे, जिन्होंने अपने गहन विचारों से बाबा साहब अंबेडकर के बहुआयामी व्यक्तित्व एवं उनके प्रेरणादायी कृतित्व पर प्रकाश डाला।
अपने संबोधन में राठौड़ ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे और वे सही अर्थों में भारत माता के सच्चे सपूत थे। उनका सम्पूर्ण कार्य राष्ट्रहित और समाज सुधार की भावना से प्रेरित था। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि बाबा साहब किसी जाति विशेष के विरोधी नहीं थे, बल्कि वे ब्राह्मणवाद के नाम पर पनप रहे पाखंडों और सामाजिक कुरीतियों के विरोधी थे।
राठौड़ ने महाड जल सत्याग्रह और नासिक के कालाराम मंदिर सत्याग्रह की चर्चा करते हुए बताया कि किस प्रकार बाबा साहब ने सामाजिक समरसता की स्थापना के लिए संघर्ष किया। उन्होंने हिंदू समाज में वाणी और व्यवहार के अंतर की भी कठोर आलोचना की, परंतु उनके सभी निर्णयों का अंतिम उद्देश्य सम्पूर्ण समाज और राष्ट्र का कल्याण था।
कार्यक्रम का संचालन कोषाध्यक्ष संजय कुमार राउत ने किया, जबकि प्रस्तावना व वक्ता परिचय महासंघ के अध्यक्ष नारायण लाल गुप्ता ने प्रस्तुत किया। आभार प्रदर्शन अतिरिक्त महामंत्री अरविंदो महतो द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में देशभर के 3000 से अधिक शिक्षक ऑनलाइन माध्यम से जुड़े और बाबा साहब के विचारों से प्रेरणा प्राप्त की।
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