ज्ञानपीठ सम्मान से अलंकृत होंगे विनोद कुमार शुक्ल, हिंदी के 12वें साहित्यकार बने

हिंदी साहित्य के प्रख्यात साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल (Vinod Kumar Shukla) को वर्ष 2024 के लिए 59वें ज्ञानपीठ पुरस्कार (Jnanpith Award) से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है। भारतीय ज्ञानपीठ ने शनिवार को यह

ये काल रात्रि अब अंतिम है… 

ये काल रात्रि अब अंतिम है,
कल फ़िर इक नया सवेरा है l
ग़म के सागर छूट गए सब,
खुशियो का नया बसेरा है

अलविदा….2024

कड़कड़ाती ठंड भयंकर शीत लहरी,
कांपते कांपते बीती जनवरी।
बसंत की आहट, ऋतु सुनहरी,

अचानक से मेरी बातें, बस यादें बन जाएंगी…

ये सांसें यूं ही कम होती जाएंगी,
धड़कनें बस यूं ही थमती जाएंगी

दंश…

कैसी हो अपेक्षा? बाहर निकली तो किराएदार सामने पड़ गई। ‘अच्छी हूं भाभी; आज फिर देर हो गई ऑफिस को …

कान्हा तुम्हे फिर आना होगा…

कान्हा तुम्हे फिर आना होगा
पाप का समूल विनाश करना होगा

संकल्प…

“मैडम, रक्षाबंधन क्या होता है? मेरी कक्षा के लड़के कह रहे थे कि कल बहिनें उन्हें राखी बांधेगी। मुझे कौन राखी बांधेगा?” फुलवारी बाल आश्रम के सबसे छोटे बच्चे विकास ने दीप्ति से पूछा। पिछले साल अपने

अखिल भारतीय काव्य-सम्मेलन ‘एक शाम शहीदों के नाम’ का ऑनलाइन आयोजन

जयश्री फाउंडेशन के तत्वावधान में राजश्री साहित्य अकादमी मंच द्वारा स्वतंत्रता -दिवस की पूर्व संध्या पर ‘एक शाम शहीदों के नाम’ का एक अखिल भारतीय राष्ट्रीय ऑनलाइन काव्य-सम्मेलन

बादल भैया…

बादल भैया दौड़ रहे क्यों,
गुस्से में मुंह ऐंठकर।
सावन सूखा निकल रहा,क्यों,

राजस्थान साहित्य प्रोत्साहन पुरस्कार की होगी शुरुआत, मिलेंगे 11-11 लाख, प्रशस्ति पत्र एवं शॉल

राज्य सरकार साहित्यकारों को राजस्थान साहित्य प्रोत्साहन पुरस्कार से सुशोभित करेगी। प्रोत्साहन में कन्हैया लाल सेठिया, कोमल कोठारी, डॉ. सीताराम लालस एवं