कुछ नई जगहें, कुछ लोग नए…
Tag: Dr. Shikha Agarwal
न्याय – कर्म की धार धरो…
न्याय – कर्म की धार धरो…
हो पुरुषार्थ प्रखर…
है दंभ बहुत मुझको – तुझको, दिखती खामी सब औरों की
क्या पाया कितना छूट गया…
जीवन की आपाधापी में,क्या पाया कितना छूट गया…
कुछ नई जगहें, कुछ लोग नए…
न्याय – कर्म की धार धरो…
है दंभ बहुत मुझको – तुझको, दिखती खामी सब औरों की
जीवन की आपाधापी में,क्या पाया कितना छूट गया…