सीएम योगी का बड़ा फैसला: इस्लामी शिक्षा के केंद्र देवबंद में बनेगा ATS कमांडो सेंटर, जमीन भी अलॉट

लखनऊ 

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ATS कमांडो सेंटर बनाने को लेकर एक बड़ा फैसला किया  है। अब यूपी सरकार इस्लामी शिक्षा के केंद्र देवबंद में एटीएस कमांडो सेंटर बनाएगी। इसके लिए सरकार ने 2 हजार वर्ग मीटर जमीन भी अलॉट कर दी है। यहां प्रदेश भर से चुने हुए बीस  तेज तर्रार एटीएस अफसरों की तैनाती होगी। देवबंद में एटीएस कमांडो सेंटर का युद्धस्तर पर काम शुरू भी हो गया है।

तालिबानी समर्थकों और आंतकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए योगी सरकार ने सहारनपुर के देवबंद में एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (ATS) कमांडो सेंटर बनाने का यह फैसला किया है। इस सेंटर में 20 ATS अफसरों की तैनाती की जाएगी और यहां बड़ी संख्या में ATS कमांडों भी तैयार किए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार यह जानकारी मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपााठी ने ट्वीट कर दी। आपको बता दें कि देवबंद इस्लामी शिक्षा का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है।

देवबंद से ये एरिया होंगे कवर
देवबंद के इस कमांडो सेंटर से देवबंद, सहारनपुर, मेरठ तक का एरिया कवर हो सकेगा। मेरठ में भी एटीएस की स्वात टीम पहले से तैनात है। हालांकि, टीम में संख्या काफी कम है। इसके अलावा एटीएस की एक टीम नोएडा में हर वक्त रहती है। नोएडा और देवबंद में एटीएस के दो कमांडो सेंटर बनने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश का पूरा एरिया कवर हो जाएगा।

इसलिए चुना एटीएस सेंटर के लिए देवबंद
22 फरवरी-2019 में यूपी एटीएस ने देवबंद से जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों शाहनवाज तेली और आकिब अहमद मलिक को गिरफ्तार किया था। खुलासा हुआ कि दोनों आतंकियों को पुलवामा हमले की पहले से खबर थी। इससे पहले भी यहां बांग्लादेशी, आईएसआई एजेंट पकड़े जा चुके हैं। देवबंद से 30 किलोमीटर दूर ही सहारनपुर है।

लखनऊ और नोएडा में कमांडो ट्रेनिंग सेंटर का काम जारी
देवबंद से पहले लखनऊ और नोएडा में एटीएस कमांडो ट्रेनिंग सेंटर खोलने की तैयारी चल रही है। लखनऊ में अमौसी और नोएडा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास यह सेंटर बनेंगे। दोनों जगहों पर जमीन फाइनल हो चुकी है। आर्मी और स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी एसपीजी के अफसरों की निगरानी में यहां कमांडो तैयार किए जाएंगे। इन्हें हर वह चीज सिखाई जाएंगी जो आतंकी हमलों के दौरान बचाव-राहत में इस्तेमाल की जाती है।

सहारनपुर में करीब 8 से ज्यादा बार आतंकी और आईएसआई एजेंटों की गिरफ्तारी हो चुकी है। देवबंद में 300 से ज्यादा मदरसे हैं। दारूल उलूम होने की वजह से देश-दुनिया के स्टूडेंट्स शिक्षा लेने यहां आते हैं। पिछले कुछ समय से इसका नाम कट्‌टरवाद, फतवों और आतंकी गतिविधि से जुड़े लोगों को पनाह देने में जुड़ रहा है। इस वजह से उप्र सरकार ने देवबंद में एटीएस कमांडो सेंटर बनाने का फैसला लिया है।

देवबंद क्षेत्र की मस्जिद में पहली बार फहराया तिरंगा
देवबंद को मुसलमानों का गढ़ और फतवों का शहर कहा जाता है, लेकिन इस बार स्वतंत्रता दिवस पर यहां एक नया इतिहास लिखा गया। क्षेत्र के मानकी गांव की जमा मस्जिद परिसर में पहली बार तिरंगा फहराया गया। तिरंगा भी ऐसा जिसे कई किमी दूर से देखा जा सकता हो। भाजपा विधायक कुंवर बृजेश सिंह ने तिरंगा फहराया तो पूरा गांव भारत माता के नारों से गूंज उठा। यहां पहली बार 58 फिट का तिरंगा लहराया गया।

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15 हजार की आबादी वाले गांव मानकी में ग्राम पंचायत की ओर से जामा मस्जिद कमेटी की अनुमति के बाद मस्जिद परिसर में 58 फीट का पिलर बनाया गया था। जिस पर 14 फीट चौड़ा और 21 फीट लंबा राष्ट्रीय ध्वज लगाया गया था। विधायक बृजेश सिंह ने कहा कियहां के मुस्लिम समाज ने देश को तोड़ने वाले लोगों के मुंह बंद कर दिए। कार्यक्रम के संयोजक ग्राम प्रधान मामूर हसन ने कहा स्वतंत्रता संग्राम में हर वर्ग ने अपनी अहम हिस्सेदारी निभाई थी। उन महान क्रांतिकारियों की बदौलत ही आज हम आजादी की खुली हवा में सांस के रहे है। इस मौके पर भारी संख्या में लीग मौजूद रहे।

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