बैंकों का निजीकरण दुर्भाग्यपूर्ण
यूनियन के कन्वीनर संजीव के.बांदलिश ने एक बयान में कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण की सरकार की घोषणा पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मजबूत करना समय की जरूरत है। उन्होंने यूनियन के सभी साथियों से केन्द्र की ऐसी नीतियों का डटकर विरोध करने का आह्वान किया। बैठक में सरकार से श्रमिकों के छीने गए सभी अधिकारों को बहाल करने का आग्रह भी किया गया।
किसान आंदोलन का समर्थन
बैठक में किसान आंदोलन के प्रति समर्थन व्यक्त किया गया। बैठक में सरकार से आग्रह किया गया कि किसानों की मांगों पर विचार करे और सौहार्दपूर्ण समाधान खोजा जाए। बैठक में उन सभी नेताओं और व्यक्तित्वों, कोरोना पीड़ितों और आंदोलन में मृत किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखा गया।