दौसा
एसीबी ने एसएचओ और हैड कांस्टेबल को बीस हजार लेते हुए दबोचा, बीस हजार पहले ले चुके थे
अगर अपराधी को पुलिस रिमाण्ड से बचना है तो घूस दीजिए और फिर काम बन जाएगा। कुछ ऐसा ही खेल राजस्थान पुलिस में चल रहा है। ऐसे ही एक खेल को राजस्थान की एसीबी टीम ने दौसा जिले में पकड़ा। उसका पर्दाफाश भी मुलजिम के भाई ने करवाया। एक थाना इंचार्ज इस मुलजिम की रिमांड न लेने के एवज में उसके परिजनों से घूस मांग रहा था। सत्यापन में शिकायत सही पाई गई। इसके बाद एसएचओ और एक हैड कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया। एक लूट के मामले में इन्होंने चालीस हजार रुपए मांगे थे। बीस हजार रुपए लेते हुए इनको दबोच लिया गया।

यह था मामला
मामला दौसा जिले के मंडावर थाने का है। एसीबी एडिशनल एसपी हिमांशु वर्मा ने बताया कि मंडावर में महिला के साथ लूट के मामले में आरोपियों के भाई मोहरसिंह सैनी ने शिकायत की थी कि उसका भाई बनेसिंह सैनी व सोहनसिंह सैनी निवासी सोंखर थाना खेडली जिला अलवर को गत 2 फरवरी को उकरुंद निवासी विधवा से करीब एक लाख रुपए की लूट के मामले में पुलिस द्वारा रिमांड नहीं लेने व राजीनामा करवाने की एवज में एसएचओ लालसिंह राजपूत द्वारा चालीस हजार रुपए की मांग की गई। जिसमें एसीबी टीम ने 9 फरवरी को हैड कांस्टेबल भूपेंद्र को 20 हजार रुपए की रिश्वत की साथ गिरफ्तार किया। जबकि 11 फरवरी को टीम ने सत्यापन कर 20 हजार रुपए के साथ एसएचओ लालसिंह राजपूत को दबोच लिया। नवम्बर के माह में भी एसीबी की टीम द्वारा एक हैड कांस्टेबल को ट्रैप किया गया था। जिसमें भी आरोपी हैड कांस्टेबल चतरू राम ने परिवादी से मामले में राजीनामा करने व पक्ष में करने की एवज में तीन हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी।
बंद कमरे में दिनभर पूछताछ, कक्षों की तलाशी ली
गत 9 फरवरी को शिकायत का सत्यापन कर जयपुर से एसीबी ने एक टीम गठित की गई। जिसमें एसीबी एएएसपी हिमांशु वर्मा, एसीबी इंस्पेक्टर रीना मिश्र, पुलिस इंस्पेक्टर हेमंत वर्मा ने टीम का गठन कर शिकायत के आधार पर थानाधिकारी लालसिंह राजपूत व हैड कांस्टेबल भूपेन्द्र सिंह का मोबाइल फोन ट्रेप कर पूरी जानकारी ली। जिसके बाद 11 फरवरी को एसीबी की टीम ने सुबह करीब 11.30 बजे अचानक मंडावर पुलिस थाने पर पहुंचकर सभी पुलिस कर्मियों व उपस्थित अधिकारियों के मोबाइल फोन अपने पास रख लिए। एसीबी की टीम ने थानाधिकारी लालसिंह राजपूत व हैड कांस्टेबल भूपेंद्र सिंह राजपूत को अपनी हिरासत में लेकर थानाधिकारी के कार्यालय में बैठाकर दोनों से सुबह 11.30 बजे से शाम 5 बजे तक लगातार पूछताछ की। एसीबी की टीम ने थानाधिकारी व हैड कांस्टेबल के रूम की तलाशी ली। दस्तावेज भी खंगाले जा रहे हैं।
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