जयपुर
राजस्थान (Rajasthan) की राजनीति में शुक्रवार को एक और सियासी विस्फोट हुआ — 20 साल पुराने आपराधिक मामले ने सत्ता के शिखर पर बैठे विधायक को सीधे नीचे ज़मीन पर ला पटका। अंता (Anta) विधानसभा सीट से BJP विधायक कंवरलाल मीणा (Kanwarlal Meena) की सदस्यता रद्द कर दी गई। वजह बनी दो दशक पुरानी दबंगई, जिसमें SDM पर पिस्तौल तानने और सरकारी काम में रुकावट डालने जैसे संगीन आरोप साबित हुए। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने कानूनी सलाह और सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसलों के आधार पर यह आज ये फैसला सुनाया, जिससे अंता सीट अब रिक्त हो गई है।
डबल बेड पर रिश्वत की गड्डी | PWD का XEN 3 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा, ACB की बड़ी कार्रवाई
2003 की दबंगई अब पड़ी भारी
कंवरलाल मीणा पर 2003 में एक सरकारी अधिकारी—तत्कालीन SDM—पर पिस्टल तानने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज था। हाल ही में अदालत ने उन्हें 3 साल की कठोर सजा सुनाई, जो 1 मई 2025 से प्रभावी मानी गई। सुप्रीम कोर्ट से भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली—याचिका खारिज हुई और 21 मई को अकलेरा कोर्ट में आत्मसमर्पण कर जेल गए।
UPI यूजर्स के लिए गुड न्यूज, सरकार कर रही है ये बड़ी तैयारी | जानें क्या मिलने वाला है आपको फायदा
सिर्फ डेढ़ साल में हारा चुनावी ताज
मीणा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रमोद जैन भाया को 5,861 वोटों से शिकस्त दी थी, लेकिन सत्ता की यह सवारी सिर्फ 18 महीने की मेहमान निकली। सदस्यता रद्द होने के बाद न विधायक रहेंगे, न सदन में आवाज़—अब यदि ऊपरी अदालत से सजा रद्द होती है तभी उनकी वापसी की कोई संभावना होगी।
विधानसभा सचिवालय ने मीणा को नोटिस देकर सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत का जवाब मांगा था। जब कोई राहत नहीं मिली, तो संविधान की धारा और सुप्रीम कोर्ट के 2013 के फैसले के आधार पर अध्यक्ष देवनानी ने “टाइटल से नातेदार, लेकिन कानून से लाचार” विधायक को बाहर का रास्ता दिखा दिया। यह दूसरी बार है जब राजस्थान में किसी विधायक की सदस्यता कोर्ट की सजा के चलते गई है। 2017 में बसपा विधायक बीएल कुशवाह की सदस्यता भी हत्या के मामले में रद्द हुई थी। कंवरलाल मीणा की छुट्टी के साथ ही अंता सीट पर उपचुनाव तय माने जा रहे हैं।
राजस्थान में 8 साल बाद दोहराया गया इतिहास
मीणा ऐसे पहले विधायक नहीं हैं जिनकी विधायकी सजा के चलते गई हो। 2017 में बसपा विधायक बीएल कुशवाह को हत्या के मामले में उम्रकैद मिलने के बाद धौलपुर सीट से छुट्टी मिली थी। उनकी पत्नी शोभारानी कुशवाह ने बाद में उपचुनाव जीता था।
नई हवा की खबरें अपने मोबाइल पर नियमित और डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें। आप अपनी खबर या रचना भी इस नंबर पर भेज सकते हैं।
डबल बेड पर रिश्वत की गड्डी | PWD का XEN 3 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा, ACB की बड़ी कार्रवाई
UPI यूजर्स के लिए गुड न्यूज, सरकार कर रही है ये बड़ी तैयारी | जानें क्या मिलने वाला है आपको फायदा
नई हवा’ की खबरें नियमित और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें
‘नई हवा’ की खबरों को Subscribe करने के लिए हमारे WhatsApp Channel से जुड़ें।