नियमों की उड़ा दी धज्जियां
रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैंक में 300 करोड़ रुपए का घोटाला पिछले 5 साल का है। ठीक से जांच हो तो घोटाले की और भी परतें खुलेंगी। सूत्रों के अनुसार घोटालेबाजों ने कर्ज बांटने के लिए नियमों की भी धज्जियां उड़ाकर रख दीं। सहकारी क्षेत्र के नियमों के अनुसार, कुल निवेश का केवल 70 प्रतिशत ही बैंक ऋण के रूप में जारी किया जा सकता है। लेकिन ऐसे सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए बैंक ने 2018-19 में 437.71 करोड़ रुपए के ऋण जारी किए, जबकि कुल निवेश सिर्फ 401.78 करोड़ रुपए ही था।