हिंदुस्तानी एकेडेमी करेगी 13 साहित्यकारों का सम्मान, योगी करेंगे पुरस्कृत

प्रयागराज

हिंदुस्तानी एकेडेमी प्रयागराज द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर प्रदान किए जाने वाले सम्मान शिखर सम्मान, गुरु गोरक्षनाथ सम्मान, गोस्वामी तुलसीदास सम्मान तथा संत कबीरदास सम्मान के साथ प्रादेशिक स्तर पर 2020 में प्रकाशित पुस्तकों पर दिए जाने वाले कुल 13 सम्मानों घोषणा कर दी गई है। उत्तर प्रदेश के  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन सभी को पुरस्कृत करेंगे।

हिंदुस्तानी एकेडेमी के अध्यक्ष डॉ. उदय प्रताप सिंह के अनुसार प्रथम शिखर सम्मान गुरू गोरक्षनाथ सम्मान राजस्थान, उदयपुर के डॉ. श्रीकृष्ण ‘जुगनू’ को आदिकालीन साहित्य में तथा गोस्वामी तुलसीदास सम्मान प्रतापगढ़ के महेन्द्र प्रताप सिंह को भक्तिकालीन साहित्य में (पांच लाख रूपए) एवं संत कबीर सम्मान प्रयागराज के रामकिशोर शर्मा को कबीर केन्द्रित साहित्य पर (चार लाख रुपए) अवदान हेतु चुना गया है।

भारतेंदु  हरिश्चंद्र सम्मान प्रतापगढ़ के डॉ. रामबोध पाण्डेय को ‘महारथी कर्ण’ पुस्तक पर तथा महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान कुशीनगर के डॉ. व्यासमणि त्रिपाठी को ‘कविता की नयी संवेदना’ पुस्तक पर (दो लाख), महादेवी वर्मा सम्मान प्रयागराज के डॉ.रतन कुमार वर्मा को ‘महिला सशक्तिकरणः चिन्तन की नई दिशाएं’ पुस्तक पर, फिराक गोरखपुरी सम्मान जालौन के डॉ.अंजना सिंह सेंगर को ‘अगर तुम मुझसे कह देते’, भिखारी ठाकुर भोजपुरी सम्मान चंदौली के जयशंकर प्रसाद द्विवेदी को ‘आखर आखर गीत’ पुस्तक पर, बनादास अवधी सम्मान सुलतानपुर के पवन कुमार सिंह को ‘मंगल होइ बिहान’ पुस्तक पर, कुम्भनदास ब्रजभाषा सम्मान मथुरा के अंजीव अंजुम को ‘जे बतियॉ यमुना के जल की’ पुस्तक पर तथा ईसुरी बुन्देली सम्मान कानपुर के डॉ. दया दीक्षित को ‘फाग लोक के ईसुरी’ पुस्तक पर (एक लाख रू.), हिंदुस्तानी एकेडेमी युवा सम्मान मीरजापुर के शुभम श्रीवास्तव को ‘गीत लड़ेंगे अंधियारों से’ पुस्तक पर तथा चित्रकूट के अनिल कुमार निलय को ‘लाकडाउन पाजिटिव’ पुस्तक पर (11 हजार) के पुरस्कारों की संस्तुति की गई है। एकेडेमी अध्यक्ष ने बताया कि अभी मूल्यांकन हुआ है। सूची मुख्यमंत्री को भेजी जाएगी और उसके बाद पुरस्कृत करने का दिन निर्धारित होगा।

मथुरा के अंजीव अंजुम और उदयपुर के डॉ. श्रीकृष्ण 'जुगनू'

हिंदुस्तानी एकेडेमी एक प्रतिष्ठित हिन्दुस्तानी सेवी संस्था है जिसकी स्थापना सन 1927 में हुई थी। इसका मुख्यालय प्रयागराज में स्थित है। हिन्दी व उसकी सहयोगी भाषाओं को समृद्ध व लोकप्रिय बनाने में एकेडेमी अपना काम कर रही है। राष्ट्रभाषा को विश्व की प्रमुख भाषाओं के समकक्ष बैठाना और उसकी सर्वांगीण उन्नति का संकल्प पूरा करने में एकेडेमी लगी हुई है।