पुस्तकालय, आर्ट गैलरी, सभागार, स्टूडियो एवं कांफ्रेंस रूम से सुसज्जित है कला संकुल
आपको यहां बता दें कि संस्कार भारती एक राष्ट्रवादी सांस्कृतिक संगठन है, जो भारत की परम्परागत शास्त्रीय, लोक और आधुनिक कलाओं के माध्यम से लोक जीवन में राष्ट्रीय मूल्यों के बीजारोपण के लिए प्रयत्नशील है। मूल्य आधारित कला मनोरंजन द्वारा व्यक्ति का विकास ही संस्कार भारती का लक्ष्य है। प्राचीन और आधुनिक के समन्वय और प्रतिभाशाली युवा कलाकर्मियों को नए प्रयोग की भूमि प्रदान करने में यह आगे हैं। पुस्तकालय, आर्ट गैलरी, सभागार, स्टूडियो एवं कांफ्रेंस रूम आदि से सुसज्जित संस्कार भारती के चार मंजिला नए भवन ‘कला संकुल’ से और ताकत मिलेगी। आपको यहां यह भी बता दें कि अभी तक कला, साहित्य, रंगमंच सहित अनेक विधाओं में वामपंथी संगठनों का दबदबा था। और इन संगठनों ने बड़े ही सुनियोजित तरीके से भारत की अपनी लोक कला और सांस्कृतिक विरासत को विकृत रूप में पेश किया और वैसा ही बच्चों को भी पढ़ाया-लिखाया जाता रहा। गलत तरीके से व्याख्याएं प्रस्तुत की गईं। वामपंथी विचारधारा से असहमत लोगों को कोई मंच नहीं प्रदान किया जाता था। संघ अब इसी को ठीक करने में लगा है। संस्कार भारती ‘कला संकुल’ में अब ऐसे उन सभी कला प्रेमियों को मौका मिलेगा जिनकी नस-नस में भारतीय लोक कला और सांस्कृतिक विरासत रचीबसी पड़ी है।