कोविड-19: वो सब जो आपको जानना चाहिए

दोस्तो,कोरोना का ख़तरा आज हर शहर, प्रांत, देश , दुनिया में है। छोटी-बड़ी कालोनी,मौहल्लों और घरों तक आ गया है। इसका अभी तक कोई निश्चित इलाज नहीं है। scientist इसकी वैक्सीन की ट्राइल में तेजी से लगे हैं।

ब्रिटेन ने तो आपातकाल में इस वैक्सीन को लगाने की अनुमति भी दे दी है। कोरोना का टीका सारी प्रक्रियाओं से गुजरते हुए देर – सवेर आ ही जाएगा। लेकिन तब तक हमको अपना और दूसरों का ख़याल रखना होगा। ईश्वर की दी हुई ये जिन्दगी बहुत अनमोल है,बेशकीमती है ,इसकी कद्र कीजिए। कई रिश्ते , कई अहसास , कई जज्बात और कई अपने जुड़े होते हैं । इसलिए सजग रहिए। सतर्क रहिए और जागरूक रहिए। 

मास्क को आवश्यक आवश्यकता में शामिल करिए। बात करते या बाहर जाते समय इसे हरगिज न भूलें और उचित दूरी तो बनाकर रखनी ही है।

तो दोस्तो , ये तो रही कोरोना से सावधानी की बात । हम आपको अब बता रहे हैं कोरोना से जुड़े ऐसे तथ्य जो हमेशा कभी न कभी काम आएंगे। विशेषकर प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले अभ्यार्थियों के। ये ऐसे फैक्ट हैं जो स्थाई रूप से बने रहेंगे।

 

भारत में कोरोना वैक्सीन 

1 कोवीशील्ड : सीरम इंस्टीट्यूट , पुणे 

2 कोवैक्सीन :  भारत बायोटेक  , हैदराबाद 

3 जायकोव-डी:जायडस कैडला, अहमदाबाद


टीके को मंजूरी देने वाला पहला देश

ब्रिटेन ऐसा पहला देश है जिसने 2 दिसम्बर, 2020 को आम लोगों को कोरोना का टीका लगाने की स्वीकृति दी। यह टीका अमेरिकी कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक ने संयुक्त रूप से बनाया है। इसका टीका -70 डिग्री तापमान में रखना जरूरी है।


पहला कोरोना मरीज

विश्व का पहला कोरोना मरीज 17 नवम्बर,2019 को चीन में सामने आया।जिसे दुनिया का पहला टीका लगा। ब्रिटेन की 91 साल की महिला मारग्रेट कीनन  को दुनिया का पहला कोरोना का टीका  लगा । उनको फाइजर कंपनी ने यह टीका लगाया।