सुभाष चंद्र बोस एक महान राजनीतिक नेता थे। उग्र देशभक्ति और भारत में ब्रिटिश शासन के प्रति शत्रुता, उनके व्यक्तित्व का सार था। 1920 में उन्होंने इंडियन सिविल सर्विस की परीक्षा में…
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खालसा पंथ की प्रासंगिकता
श्री गुरूगोविन्द सिंह जी महाराज ने सदियों से विदेशी आक्रान्ताओं द्वारा दलित, आत्मसम्मान खो रहे हिन्दू समाज में स्वधर्म के लिए आस्था एवं राष्ट्रगौरव के लिए आत्मोत्सर्ग की भावना …
सफेद महल और केसर की क्यारियां, सरकार का नहीं है संवारने पर ध्यान
नैसर्गिक सौन्दर्य से कश्मीर घाटी की मानिद जयपुर के आमेर महल और भरतपुर के वैर कस्बे के सफेद महल के पार्श्व में केशर उगाने के प्रयास भले ही सफल नहीं हो पाए लेकिन …
नितिशा अग्रवाल का नॉन स्टॉप डांस, इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज
नौ साल की छोटी बच्ची। नाम है नितिशा अग्रवाल। उसने ऐसा नॉन स्टॉप डांस किया कि दिल जीत लिया। इस डांस पर नितिशा अग्रवाल ने इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया।
देश के घर-घर में महकेगी जम्मू-कश्मीर में बनी अगरबत्ती
जम्मू-कश्मीर में बनी अगरबत्ती अब देश के घर-घर में महकेगी। इसके लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इस राज्य में एक बेम्बो यूनिट लगाई जा रही है। …
चेतना की ऊर्जा का पर्व: मकर संक्रांति
भारतीय संस्कृति में सूर्य के राशि संक्रमण को विशेष महत्व दिया गया है। सूर्य के राशि परिवर्तन को ‘संक्रांति’ नामक पर्व माना गया है। इसी कारण सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना ‘मकर संक्रांति’ कहलाता है। …
उमंग का उत्सव लोहड़ी
पौष महीने की अंतिम रात यानी मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर मनाया जाने वाला यह लोक पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस पर्व की जड़ें पंजाब की प्राचीन कृषि संस्कृति के भीतर हैं।
स्वामी विवेकानंद का भारत और युवा वर्ग
स्वामी विवेकानंद ने भारत के परंपरागत जीवन मूल्यों और आदर्शों को तो आत्मसात किया ही था , साथ ही पाश्चात्य सभ्यता की ऊर्जा को भी समझ लिया था। आधुनिक परिस्थितियों और आवश्यकताओं के अनुरूप उन्होंने हिंदू धर्म की पुनः व्याख्या की तथा उसे राष्ट्रवाद से जोड़ दिया। …
सम्पूर्ण ज्ञान और शक्ति हमारे भीतर, उसे पहचानो : स्वामी विवेकानंद
शिक्षा सदैव ही चिन्तन मनन एवं लेखन का केन्द्रीय बिन्दु रही है। पुरातन काल से अद्यतन नई शिक्षा नीति- 2020 तक समय-समय पर नई- नई अवधारणाओं के साथ नए-नए प्रयोग शिक्षा के क्षेत्र में किए जाते रहे हैं। …
‘ अमरीकी भाइयों और बहनों ‘ कहते ही गूंज उठी धर्म सभा
स्वामी विवेकानन्द का अमेरिका के शिकागो में दिया गया भाषण सबसे ज़्यादा चर्चित है। पढ़िए स्वामी विवेकानंद का पूरा भाषण …