सावन लागौ चले पुरवैया उड़जा काग लिवा ला भईया. . .

श्रावण मास में युवतियों का सबसे प्यारा त्यौहार तीज है। वर्षा ऋतु में चारों तरफ की धरा भी सघन हरितिमा से मुस्कराने लगती है। चारों ओर उमंग और उल्लास का

वैर में एक जुलाई को निकलेगी भगवान श्रीराम की भव्य रथयात्रा

कस्बा वैर में इस बार भगवान श्रीराम की रथयात्रा एक जुलाई को निकलेगी। करीब दो साल बाद कस्बे में यह रथ यात्रा निकाली जा रही है। इससे कस्बे के लोगों में

RSS के वरिष्ठ प्रचारक और कला साधक पद्मश्री बाबा योगेंद्र का निधन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक व संस्कार भारती के संरक्षक पद्मश्री बाबा योगेंद्र का 98 वर्ष की आयु में शुक्रवार को निधन हो गया। बाबा योगेंद्र पिछले कुछ समय से अस्वस्थ्य थे

‘कुतुब मीनार में खुदाई का कोई फैसला नहीं लिया गया’, केंद्रीय मंत्री का बयान

कुतुब मीनार परिसर में बहुत जल्द खुदाई शुरू होगी। संस्कृति मंत्रालय ने पुरातत्व विभाग (ASI) को कुतुब मीनार में मूर्तियों की Iconography कराए जाने के निर्देश

ज्ञानवापी मामले की वाराणसी कोर्ट में ही होगी सुनवाई, जानिए सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा क्यों कहा

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के मामले की सुनवाई अब वाराणसी की कोर्ट में ही होगी। शुक्रवार को मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केस को वाराणसी की जिला अदालत को ट्रांसफर कर दिया। ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट

ज्ञानवापी में स्वास्तिक, त्रिशूल और कमल के ढेरों निशान, सर्वे रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, जानिए डिटेल

ज्ञानवापी मस्जिद में तीन दिन तक चले सर्वे के बाद जो रिपोर्ट में गुरुवार को वाराणसी सिविल कोर्ट में सौंपी गई है, उसमें कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। कोर्ट कमिश्नर

पापा हैं जज के ड्राइवर, बिटिया फर्स्ट अटेम्प्ट में बन गई सिविल जज, जयपुर से की थी कानून की पढ़ाई

नाम है वंशिता। उम्र 25 साल। और पिता हैं एक जज के ड्राइवर। परिवार की विपरीत परिस्थितियों के बाद भी वंशिता ने इस कदर मेहनत की कि

जयपुर में संस्कार भारती का कार्यक्रम: नाट्यशास्त्र के प्रणेता भरत मुनि के स्मृति दिवस पर हुआ व्याख्यान

संस्कार भारती जयपुर महानगर के तत्वावधान में नाट्यशास्त्र प्रणेता भरत मुनि के स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन विनोबा ज्ञान मंदिर, बापू नगर जयपुर में किया

Grand Trunk Road नहीं, ये है चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा बनवाई ‘उत्तरापथ’ जिसका नाम बदल कर शेरशाह सूरी ने कर दिया था ‘सड़क-ए-आजम’

ग्रैंड ट्रंक रोड (Grand Trunk Road) को भारत ही नहीं बल्कि एशिया की सबसे पुरानी, लंबी एवं प्रमुख सड़क के रूप में जाना जाता है। यह सड़क बांग्लादेश के चटगांव से शुरू होकर

स्वामी विवेकानन्द महज 39 साल जिए, पर कर गए चौंकाने वाले काम, जानिए कितना विशाल व्यक्तित्व था उनका

स्वामी विवेकानन्द सिर्फ गेरुए कपड़ों में एक सन्यासी नहीं थे। वे पूरब और पश्चिम, धर्म और विज्ञान, अतीत और वर्तमान, परंपरा और आधुनिकता के बीच सवा सौ साल