अलवर
अलवर (Alwar) जिले में बहादुरपुर उप पंजीयक कार्यालय (Sub Registrar Office) में रजिस्ट्री लिपिक दिनेश मीणा को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। लेकिन कार्रवाई की भनक लगते ही उसका साथी पंजीयन लिपिक यतेन्द्र मौके से फरार हो गया।
रजिस्ट्री की नकल के लिए मांग रहा था रिश्वत
डीएसपी परमेश्वर लाल के नेतृत्व में एसीबी भिवाड़ी चौकी ने गुरुवार को यह कार्रवाई की। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसने 31 जनवरी को प्लॉट की रजिस्ट्री कराई थी, लेकिन लिपिकों ने इसे कॉमर्शियल बताकर 15 हजार रुपये की मांग की और रिश्वत के बिना रजिस्ट्री की नकल देने से मना कर दिया।
ACB ने दबोचा, साथी हुआ फरार
एसीबी महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा के मुताबिक, मामले की जांच के बाद एसीबी टीम ने जाल बिछाया और जैसे ही दिनेश मीणा ने रिश्वत ली, उसे पकड़ लिया। लेकिन पंजीयन लिपिक यतेन्द्र मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है।
कहां का रहने वाला है आरोपी?
गिरफ्तार दिनेश मीणा दौसा जिले के महुआ तहसील के झोपडीन गांव का रहने वाला है। इस मामले में एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव के सुपरविजन में पूछताछ और कार्रवाई जारी है।
एसीबी ने मामले को लेकर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में बहादुरपुर उप पंजीयक भानुश्री से भी पूछताछ की जा रही है।
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