तकनीक से खेतों में क्रांति लाने पर वैज्ञानिकों की मुहर | तिलहन-दलहन आत्मनिर्भरता का संकल्प, पशुधन को मिला ‘विकसित भारत’ का दर्जा

उदयपुर 

किसानों की उत्पादकता और आय बढ़ाने के लिए अब खेतों में तकनीक का सीधा एकीकरण किया जाएगा — इस पर देशभर से आए कृषि वैज्ञानिकों ने एकमत राय जताई। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक समीक्षा बैठक में वैज्ञानिकों ने कहा कि “विकसित भारत” का सपना तभी साकार होगा जब “किसान विकसित” होगा।

कर्मचारियों की फाइलों में से गायब हो रहीं थीं बेटियां | अब केंद्र सरकार ने तोड़ी चुप्पी, जारी किया ये स्पष्टीकरण

बैठक में तिलहन-दलहन उत्पादन बढ़ाने, बीजीय मसालों, बागवानी, उद्यानिकी और पशुधन में तकनीकी प्रगति के लिए गहन ब्रेन स्टॉर्मिंग हुआ। कार्यशाला का आयोजन आईसीएआर-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर (अटारी जोन-2) की ओर से किया गया।

तीन राज्यों के 67 केवीके प्रतिनिधि जुटे

इस समीक्षा बैठक में राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के 67 कृषि विज्ञान केंद्रों के अध्यक्षों और वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
कृषि वैज्ञानिकों ने प्रधानमंत्री की “अन्न-धन योजना” के अनुरूप 2047 तक आत्मनिर्भर भारत की दिशा में तिलहन-दलहन क्रांति का संकल्प लिया।

अब बच्चे भी कर सकेंगे UPI पेमेंट | RBI ने Junio Payments को दी मंजूरी, बिना बैंक अकाउंट के होगा ट्रांजेक्शन आसान

तीन समूहों में हुई थी चर्चा

बैठक में तीन अलग-अलग समूहों का गठन कर विषयवार मंथन हुआ —

  • दलहन-तिलहन उत्पादन समूह:
    डॉ. विजय वीर सिंह (भरतपुर), डॉ. सुधीर कुमार (बीकानेर), डॉ. अरविन्द वर्मा, डॉ. एस.आर. मालू, डॉ. एस.के. इंटोदिया, डॉ. वीरेन्द्र नेपालिया।

  • बीजीय मसाले, बागवानी व उद्यानिकी समूह:
    डॉ. आर.ए. कौशिक, डॉ. एस.एस. लखावत।

  • पशुधन व जलीय कृषि समूह:
    डॉ. धीर सिंह, डॉ. लोकेश गुप्ता, डॉ. जी.जी. सोनवाने, डॉ. सुभाष चन्द्र कच्छावा।

तीनों समूहों ने पीपीटी प्रतिवेदन प्रस्तुत किए और नवीन तकनीकी उपायों पर विस्तार से चर्चा की।

किसानों की आय दोगुनी करने पर भी मंथन

“किसानों की आय बढ़ाने” विषयक चर्चा में एडीजी कृषि विस्तार, आईसीएआर नई दिल्ली के डॉ. आर.के. सिंह, डॉ. पी.के. चक्रवर्ती और डॉ. बी.एल. जांगिड़ ने भाग लिया।
बैठक में आईसीएआर संस्थानों और विभिन्न उद्योगों के निदेशकों ने भी प्रस्तुतियां दीं।

एमपीयूएटी के नवाचारों को मिली सराहना

कृषि वैज्ञानिकों ने महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय के जैविक व प्राकृतिक खेती केंद्र तथा कॉलेज ऑफ डेयरी टेक्नोलॉजी का निरीक्षण किया और वहां किए जा रहे नवाचारों की प्रशंसा की।

नई हवा की खबरें अपने मोबाइल पर नियमित और डायरेक्ट प्राप्त करने  के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें। आप अपनी खबर या रचना भी इस नंबर पर भेज सकते हैं।

ऑफिस में अफसरों की रासलीला | अफसर को लेडी स्टाफ ने लगाया तिलक, ओढ़ाई चुनरी, फिर शुरू हुआ डांस | देखें ये वीडियो

कर्मचारियों की फाइलों में से गायब हो रहीं थीं बेटियां | अब केंद्र सरकार ने तोड़ी चुप्पी, जारी किया ये स्पष्टीकरण

अब बच्चे भी कर सकेंगे UPI पेमेंट | RBI ने Junio Payments को दी मंजूरी, बिना बैंक अकाउंट के होगा ट्रांजेक्शन आसान

बिहार एग्जिट पोल में महागठबंधन को बड़ा झटका, NDA की बहार | जानिए किस सर्वे में किसका क्या हाल

IAS कपल की कुर्सी से बेडरूम तक जंग | ‘कैडर के लिए शादी, फिर अफेयर और प्रताड़ना’ केस दर्ज

राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी में बड़ा धमाका, मुख्य सचिव सुधांश पंत की अचानक विदाई | नए CS के लिए बड़ा मंथन, इन नामों पर चर्चा

अब चांदी पर भी मिलेगा लोन | RBI ने जारी किए नए नियम, इस डेट से होगा लागू

8th Pay Commission: नए साल में कर्मचारियों को मिल सकती है खुशखबरी! AICPI बढ़ोतरी से DA 60% छूने के आसार

‘नई हवा’ की खबरों को Subscribe करने के लिए हमारे WhatsApp Channel से जुड़ें।