किसके इशारे पर हुई कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार श्रमिकों को बेघर करने की यह कार्रवाई टीकागढ़ वैगन लिमिटेड और राजस्थान सरकार के इशारे पर हुई। इसमें सत्तारूढ़ दल से जुड़े हुए कुछ राजनेताओं की मिलीभगत सामने आ रही है। बताया गया इस लेबर कॉलोनी को खुर्द-बुर्द करने के एवज में कोई बड़ा सौदा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि टीकागढ़ वैगन लिमिटेड ने 2008 में भरतपुर की इस सिमको वैगन लिमिटेड को ख़रीद लिया था। उसके कुछ समय बाद से ही सिमको लेबर कॉलोनी और उससे जुड़ी जगह को लेकर मिलीभगत का खेल चल रहा है।