77 की उम्र में थमा एक प्रेरक सफर: प्रो. जे. पी. सिंहल का अवसान, शिक्षा जगत शोक में डूबा

जयपुर 

प्रसिद्ध शिक्षाविद (Educationist) और अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) के पूर्व अध्यक्ष प्रो. जे. पी. सिंहल (Prof. J.P. Singhal) का 77 वर्ष की आयु में सोमवार को लंबी बीमारी के चलते निधन  हो गया। शिक्षा जगत में उनके निधन की खबर से शोक की लहर दौड़ गई। वाणिज्य (Commerce), प्रबंधन (Management) और विधि (Law) जैसे क्षेत्रों में उच्च शिक्षा (Higher Education) हासिल करने वाले प्रो. सिंहल ने अपने करियर में शिक्षा क्षेत्र (Education Sector), समाज (Society) और राष्ट्र सेवा (Nation Service) में विशिष्ट योगदान (Significant Contribution) दिया। प्रो. सिंहल पिछले काफी समय से कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। उनके परिवार में पत्नी और दो पुत्र हैं। प्रो. सिंहल की अंतिम यात्रा आज सायं 6.30 बजे उनके निवास 109, श्री गोपाल नगर, महेश नगर थाने के पास, गोपालपुरा बाईपास, जयपुर से महेश नगर मोक्ष धाम, 80 फीट रोड के अंत में, महेश नगर, जयपुर जाएगी

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और प्रमुख शिक्षाविद डा. विमल प्रसाद अग्रवाल ने प्रो. जेपी सिंहल के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए इसे शिक्षा जगत के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है।

प्रो. जे. पी. सिंहल मूल रूप से भरतपुर जिले की बयाना तहसील के गांव पुरा (पुरवाईखेड़ा) के रहने वाले थे। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा  बयाना में ही हुई। उन्होंने एमकॉम और एमबीए की शिक्षा प्राप्त की। लेकिन करियर के लिए शिक्षा का क्षेत्र चुना। प्रो. जे. पी. सिंहल ने अपने करियर की शुरुआत जयपुर के अग्रवाल कॉलेज (Agarwal College) में शिक्षक) के रूप में शुरू की और बाद में इसी कॉलेज में प्रिंसिपल रहे। सरकार ने प्रो. जे. पी. सिंहल की राजस्थान विश्वविद्यालय (University of Rajasthan) में कुलपति (Vice Chancellor) के रूप में नियुक्ति की थी। प्रो. जे. पी. सिंहल ने व्यवसाय प्रबंधन (Business Management), वाणिज्य, विधि और नेतृत्व से संबंधित विषयों पर 17 से अधिक पुस्तकें लिखीं और राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) की एग्जीक्यूटिव काउंसिल और जनरल काउंसिल के सदस्य के रूप में भी काम किया है।

बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े प्रो. जे. पी. सिंहल केशव विद्यापीठ (Keshav Vidyapeeth) के सचिव  और फिर बाद में केशव विधीय पीठ समिति के अध्यक्ष ) भी रहे। राजस्थान विश्वविद्यालय के निर्वाचित सिंडीकेट (Syndicate) सदस्य भी रहे। कुलपति चयन समिति (Vice Chancellor Selection Committee) के मेंबर भी रहे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर की ओर से राजभवन में आयोजित एक समारोह  में राज्यपाल  हरिभाऊ बागडे ने प्रो. जे. पी. सिंहल को पीएच.डी की मानद उपाधि प्रदान की। उन्होंने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Rajasthan Board of Secondary Education) की वित्त समिति के सदस्य तथा राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा (RTU Kota), कोटा विश्वविद्यालय (University of Kota) और बीकानेर विश्वविद्यालय (Bikaner University) के अध्ययन मंडल के सदस्य के रूप में सेवाएं प्रदान कीं।

मिल चुके हैं कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कार (Awards)

प्रो. सिंहल को कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय  पुरस्कार प्रदान किए गए हैं। इनमें भारत के राष्ट्रपति (President of India) द्वारा दिया गया पं. मदन मोहन मालवीय पुरस्कार (Pandit Madan Mohan Malviya Award) – 2015, राजस्थान स्टेट जेसीज  द्वारा प्रदान किया गया आउटस्टैंडिंग पब्लिक स्पीकर अवॉर्ड, अग्रवाल समाज समिति, जयपुर द्वारा अचीवर्स अवॉर्ड, अग्र स्वयंसेवक संघ (Agrawal Swayamsevak Sangh) द्वारा दिया गया लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड श्री सुंदर सिंह भंडारी ट्रस्ट (Shri Sundar Singh Bhandari Trust) द्वारा सामाजिक एवं राजनीतिक समरसता  के लिए सम्मान प्रमुख हैं। सिंहल का संपूर्ण जीवन शिक्षा (Education), समाज (Society) और राष्ट्र सेवा (Nation Service) के लिए समर्पित रहा है।  

नई हवा की खबरें अपने मोबाइल पर नियमित और डायरेक्ट प्राप्त करने  के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें। आप अपनी खबर या रचना भी इस नंबर पर भेज सकते हैं।

ट्रक ड्राइवरों के कत्ल का हरियाणवी गैंगस्टर यूपी में एनकाउंटर में ढेर | हाईवे पर खौफ का दूसरा नाम था संदीप लोहार, तीन राज्यों में दर्ज थे कत्ल-लूट के 16 केस

लाखों कर्मचारियों के करियर पर हाईकोर्ट का तगड़ा फैसला | कहा-कोई कंपनी कर्मचारी को बंधक नहीं बना सकती, पढ़ें ‘ऐतिहासिक फैसला’

गोविंद देवजी मंदिर में अब खाटू श्याम जैसे दर्शन | भीड़ में बैठना-रुकना बंद, अब चलते-चलते होंगे दर्शन

खराब CIBIL रेटिंग वाले बैंक कर्मचारी रहेंगे नौकरी से बाहर | मद्रास हाईकोर्ट ने SBI के नियुक्ति रद्द करने के फैसले को सही ठहराया; कहा – ऐसे लोग नियुक्ति के लायक नहीं

1 जुलाई से रेलवे सफर हो जाएगा महंगा | मेल, एक्सप्रेस और AC ट्रेनों के किराए में बढ़ोतरी, जानें नई दरें और किस पर पड़ेगा सीधा असर

‘नई हवा’ की खबरों को Subscribe करने के लिए हमारे WhatsApp Channel से जुड़ें।

नई हवा’ की  खबरें  नियमित  और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने  के लिए  व्हाट्सएप नंबर  9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें