पहाड़ी। थाना क्षेत्र के गांव गाधानेर के (कोचरा) प्रतिबंधित पहाड़ को खनन माफिया ने छलनी कर दिया है। इस पहाड़ पर अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मिलीभगत के चलते पहाड़ को पूरी तरह से खोखला कर दिया गया है।
पहाड़ पर कई माह से अवैध खनन का बेलगाम चल रहा है। प्रतिदिन ब्लास्टिंग हो रही है। पिछले दिनों एक सूचना पर पहाड़ी पुलिस मौके पर पहुंची। पर माफिया ब्लास्टिंग कर फरार हो गए। पुलिस मौके से बारूद के खाली कार्टन के टुकड़े व पत्थर के चूरे को बारूद समझकर थाने ले आई। पर वह अब आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रही है। अवैध खनन की जानकारी हलका पटवारी व खनिज विभाग को भी है । पर दोनों अनजान बैठे हैं।
प्रतिबंधित पहाड़ से करोड़ों रुपए का पत्थर चोरी हो कर चला गया। पहाड़ के आर-पार रास्ता बना दिया गया। पर इसकी भनक स्थानीय प्रशासन तक को नहीं लग सकी है। जिससे लगता है यहां तैनात सरकारी तंत्र के कुछ लोग माफियाओं से मिले हुए हैं। पुलिस अवैध ब्लास्टिंग को अपराध नहीं मान कर मौके पर मिले पत्थर के चूरे का राग अलाप रही है।
जांच के नाम पर लीपापोती पुलिस व खनिज विभाग जांच की बात कहकर जुर्म पर पर्दा डालकर खनन माफियाओं का अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करता दिखाई दे रहा है। वहीं राजस्व विभाग के कर्मी सोए हुए हैं।
ये सवाल मांगते हैं जवाब
इस पहाड़ में खनन बंद क्यों नहीं हो पा रहा है?
चोरी गए पत्थर की भरपाई कौन करेगा?
क्या माफिया से विभाग पेनल्टी वसूल करेगा?
इस कारोबार में कौन -कौन लिप्त हैं?
मौके पर जो ब्लास्टिंग हुई उसका बारूद नहीं मिला। वहां सिर्फ पत्थर का चूरा व कार्टन मिले हैं। अपराध घटित नहीं हुआ है। पहाड़ की जांच करवा रहा हूं। रिर्पोर्ट नहीं हुई है।
-प्रदीप कुमार यादव, सीओ, कामां सर्किल
गांधानेर के पहाड़ की जानकारी खबरों के माध्यम से हुई है। फोरमेन को जांच व गार्ड तैनाती के निर्देश दिए हैं। जो अभी मौके पर है।
-रामनिवासी मंगल, एमई खनिज विभाग, भरतपुर
गांधानेर का चारागाह पहाड़ राजस्व विभाग के अधीन है। अभी तक हलका पटवारी ने पहाड़ में अवैध खनन की रिपोर्ट पेश नहीं की है।
– रमेशचंद वर्मा, कार्यवाहक तहसीलदार, पहाड़ी
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