भरतपुर
विश्व हिन्दू परिषद सेवा विभाग द्वारा संचालित सभी 14 संस्कारशालाओं में गीता जयंती शौर्य दिवस के रूप में मनाई गई।
विहिप के प्रांत सेवा प्रमुख नरेश खण्डेलवाल ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई, अमृता देवी, वीर बालिका कालीबाई, बालानंद, महोदव, कृष्णा, राधाकृष्णा, माँ दुर्गा, बाल्मीकि, अम्बेडकर, राधेश्याम, गोरखनाथ, महाकाल एवं मीराबाई संस्कारशालाओं में आचार्या निधि, विनीता, कीर्ति, शिवानी, अंजलि, ज्योति, ममता सैनी, भावना, मनीषा, पुष्पा, गीता, बंटी, संजू, गायत्री द्वारा बच्चों को बताया कि गीता का जन्म स्वंय भगवान श्रीकृष्ण के श्रीमुख से हुआ है। जिस प्रकार गाय के बछड़े के बाद गाय के दूध को सभी धर्म सम्प्रदाय के लोग पान करते हैं, उसी प्रकार गीता ग्रन्थ जीवन का पाथेय है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 1992 में गीता जयंती 6 दिसम्बर को थी, उसी दिन अयोध्या में विवादित ढांचा ढाया गया था। इसी कारण गीता जयंती शौर्य दिवस के रूप में मनाई जाती है। बच्चों को श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन की जानकारी भी दी गई। इस अवसर पर गीता का पूजन भी किया गया।
26 दिसम्बर को मनाया जाएगा वीर बाल दिवस
इसी प्रकार विहिप 26 दिसम्बर को सभी संस्कारशालाओं में वीर बाल दिवस मनाया जाएगा। उस दिन बच्चों को गुरू गोविन्द सिंह के दोनों साहिब जादे जोरावर सिंह 9 वर्ष एवं फतेह सिंह 7 वर्ष के धर्म रक्षा हेतु बलिदान के बारे में बताया जाएगा कि किस प्रकार मुगल शासक औरंगजेब के कार्यकाल में मुसलमान बनने की पेशकश ठुकराने पर उन्हें नबाब ने जिन्दा दीवार में चिनवा दिया था।
नई हवा’ की खबरें नियमित और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें
इस सरकारी यूनिवर्सिटी में निकली प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर की बम्पर भर्ती, इस डेट तक करें अप्लाई
राजस्थान के सभी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश, इस डेट तक बंद रहेंगे
राम मंदिर उद्घाटन से पहले योगी सरकार का बड़ा फैसला, होटलों की सभी प्री-बुकिंग होगी कैंसिल, जानिए वजह
बच्चों के ये दो सिरप बैन, बच्चों की मौत के बाद DCGI ने किया फैसला
पिता-पुत्र और पति-पत्नी के बीच कैश का लेन-देन हुआ तो आ सकता है टैक्स का नोटिस
नई हवा’ की खबरें नियमित और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें