दौसा
राजस्थान (Rajasthan) के दौसा (Dausa) जिले में भ्रष्टाचार का ऐसा चेहरा सामने आया है, जिसने पुलिस की वर्दी को शर्मसार कर दिया। महवा थाने में दर्ज एक पॉक्सो (POCSO) केस में गिरफ्तारी टालने के एवज में ढाई लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई। इस सौदे का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि खुद DSP रमेश तिवारी था – जो एक एजेंट के ज़रिए ये रकम वसूल रहा था।
एसीबी ने जाल बिछाकर इस रैकेट को बेनकाब किया और DSP के एजेंट विष्णु कुमार मीणा को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले यह एजेंट डेढ़ लाख रुपये पहले ही वसूल चुका था। DSP रमेश तिवारी और उनका रीडर रामदेव अब फरार हैं। एसीबी की टीमें उनकी तलाश में दबिशें दे रही हैं।
नई हवा’ की खबरें नियमित और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें
राज्य एसीबी प्रमुख डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका बेटा पॉक्सो एक्ट में फंसा हुआ है। गिरफ्तारी से बचाने और केस में राहत दिलाने के नाम पर DSP द्वारा एजेंट के जरिए 2.5 लाख की मांग की गई। इस खुलासे के बाद एसीबी हरकत में आई और योजना बनाकर आरोपी एजेंट को ट्रैप किया।
एसीबी डीजी का बयान
मेहरड़ा ने बताया कि DSP की भूमिका की गहन जांच की जा रही है। दोनों फरार अधिकारियों को तलब कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। दौसा एसीबी के डिप्टी एसपी नवल किशोर मीणा के नेतृत्व में यह कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
नई हवा की खबरें अपने मोबाइल पर नियमित और डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें। आप अपनी खबर या रचना भी इस नंबर पर भेज सकते हैं।
नई हवा’ की खबरें नियमित और अपने मोबाइल पर डायरेक्ट प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें