बृजभूमि कल्याण परिषद ने की मांग: महाराजा सूरजमल की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए

भरतपुर 

श्रीहनुमान मंदिर आदर्श नगर चांदपोल दरवाजे के पास बृजभूमि कल्याण परिषद भरतपुर महानगर की बैठक में संगठन की रीति नीति पर चर्चा की गई और मांग की गई कि  महाराजा सूरजमल की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।

बैठक को सम्बोधित करते हुए सभाध्यक्ष केदारनाथ पाराशर ने कहा कि बृज भूमि कल्याण परिषद सेवा संस्कार धर्म जागरण सामाजिक समरसता के लिए कार्य कर रही है। जिला महामंत्री नेत्रकमल मुदगल ने कहा कि हमारा लक्ष्य है हर घर में रामायण व गीता का पाठ हो। इस लिए मकर संक्रांति पर रामायण, गीता का अवश्य दान करें।

प्रदेश महासचिव अनिल भारद्वाज ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा पाठ्यक्रम में रामायण, गीता व हमारे महापुरुषों  की जीवनी व उनके वीरता व शौर्य की गाथा पढ़ाई जानी चाहिए। उन्होंने मांग की कि भरतपुर के महाराजा सूरजमल की जीवनी पाठ्यक्रम शामिल की जाए। उन्होंने बताया कि इन मांगों को लेकर सरकार को ज्ञापन दिया जाएगा। 13 फरवरी को महाराजा सूरजमल जी की जयंती पर विचार संगोष्ठी का आयोजन बृजभूमि कल्याण परिषद व राष्ट्रीय हिन्दू स्वाभिमान संघ  भरतपुर के तत्वाधान में किया जाएगा।

भरतपुर के प्रमुख समाजसेवी कौशलेश शर्मा  का उनके  जन्मदिन के अवसर पर उनका साफा माल्यापर्ण व प्रतीक चिन्ह भेंट कर शहर अध्यक्ष लोकेश पाराशर ने अभिनंदन किया। तदोउपरांत सुंदर कांड का संगीतमय पाठ व प्रसादी का वितरण हुआ। इस अवसर पर एडवोकेट राकेश धनवाड़ा, राजीव तिवारी, के के शर्मा, केशव देव शर्मा, मदन मोहन शर्मा, राजू पण्डित, धर्मेंद्र फ़ौजदार, आनंद बिहारी, प्रेम लवानिया, विनय अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

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