भरतपुर
भरतपुर संभाग के सबसे बड़े आरबीएम जिला अस्पताल में शनिवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने डॉ. अनिल गुप्ता को 2 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी डॉक्टर ने यह रिश्वत परिवादी से ऑपरेशन करने की एवज में मांगी थी।
शनिवार को एसीबी ने आरबीएम जिला अस्पताल में कार्रवाई करते हुए सर्जरी विभाग के डॉ. अनिल गुप्ता को ऑपरेशन करने की एवज में 2 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप कर लिया। डॉक्टर ने परिवादी बिहारी लाल निवासी मथुरा गेट पाइल्स का ऑपरेशन करने की एवज में 3 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। मरीज ने डॉक्टर को 1 हजार रुपए दे दिए थे। आज डॉक्टर को 2 हजार रूपये देना तय था। आज मरीज अपना ऑपरेशन करवाने के लिए डॉक्टर एक पास पहुंचा था। डॉक्टर ने उससे बाकी बचे हुए पैसे मांगे। जिस पर डॉक्टर को ACB ने 2 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
चेंबर में आते ही कर लिया गिरफ्तार
डॉक्टर घूस लेने के लिए परिवादी को अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग के बाथरूम में ले गया। उससे 2 हजार रुपए लिए। जिसके बाद मरीज को डॉक्टर अपने साथ ले आया। डॉक्टर ने कहा – तुम्हारी फ़ाइल बनेगी। इसलिए तुम मेरे चेंबर में चलो। जैसे ही डॉक्टर अपने चेंबर में आया तभी ACB ने उसे दबोच लिया। डॉक्टर जोर-जोर से शोर मचाने लगा। अस्पताल से भागने की कोशिश भी की, लेकिन ACB ने उसे पकड़ लिया। हंगामा होता देख ACB ने मथुरा गेट थाने का जाब्ता बुलाया। मामला शांत कर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की।
ACB के सीओ परमेश्वर लाल ने बताया कि उनके पास एक परिवादी आया था जिसका बबासीर का ऑपरेशन होना था डॉक्टर अनिल ने मरीज से 3 हजार की डिमांड की जबकि मरीज का BPL कार्ड बना हुआ है। वह काफी गरीब तबके से आता है।
एसीबी टीम ने डॉ अनिल गुप्ता को अस्पताल में ही रंगे हाथों पकड़ लिया। कुछ वर्ष पूर्व भी डॉक्टर अनिल गुप्ता ऑपरेशन करने की एवज में रिश्वत लेते हुए ट्रैप हो चुके थे।
